प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी से अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं।लेकिन उनके दौरे से पहले ही दोनों देशों में तल्खी देखने को मिली है। अमेरिका से 104 भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से रहने पर भारत वापस भेजने का मुद्दा गर्मा गया है। विपक्ष के निशाने पर जहां सरकार है तो भाजपा बचाव की मुद्रा में है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा करेंगे या विरोधा स्वरूप दौरा टाल देंगे।
विदेश नीति की परीक्षा
ऐसी संभावना कम ही है कि मोदी अपना दौरा टालेंगे। अगर उन्होंने ऐसा किया तो दोनों देशों के संबंध बिगड़ेंगे। मोदी फिलहाल ऐसा जोखिम नहीं उठाएंगे। उम्मीद है कि वे निर्धारित दौरा करेंगे और राष्ट्रपति ट्रंप से इस मुद्दे पर बात करेंगे। वैसे भी यह पहली बार नहीं है, जब अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को भारत भेजा है। इससे पहले भी हर एक-दो साल में अमेरिका अवैध प्रवासियों को भेजता रहा है। ऐसे में भाजपा और मोदी के लिए यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं रहने वाला। हो सकता है कि सरकार इस दौरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करे।
ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पहली बार मिलेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पीए मोदी उनसे पहली बार मिलेंगे। उनकी यह पहली यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों के रणनीतिक लिहाज से बेहद खास है। वे ट्रंप से व्यक्तिगत रूप से मिलने वाले पहले विदेशी नेताओं में से एक होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के बाद होगी। पीएम मोदी की ट्रंप से व्यापार, रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा, विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा केंद्रित रहने की उम्मीद है।


