इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि एआई की चर्चाएं पूरी दुनिया में हैं। दुनियाभर में एआई की वजह से चिंता भी है, क्योंकि लोगों को लग रहा है कि उनकी नौकरियां चली जाएंगी। अभी ऑटोमेटेड गाडिय़ां हों या फिर एआई ड्राइवन कस्टमर सर्विस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस धीरे-धीरे हर इंडस्ट्री में अपनी पैठ बना रहा है। लोगों का कहना है कि जो नौकरियां अभी मौजूद हैं, कुछ सालों में वे खत्म हो जाएंगी और एआई उनकी जगह ले लेगा। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ऐसा नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ नौकरियों के जाने का जरूर खतरा है, लेकिन कुछ ऐसी इंडस्ट्री हैं, जहां लोगों की जॉब्स सुरक्षित रहेंगी। बिल गेट्स ने उन तीन नौकरियों के बारे में बताया है, जिन्हें एआई से कोई खतरा नहीं है। गेट्स के मुताबिक, कोडिंग करने वाले, बायोलॉजिस्ट और एनर्जी एक्सपट्र्स की नौकरियों को एआई से फिलहाल कोई खतरा नहीं है।
नौकरियों को कोई खतरा नहीं
बिल गेट्स का कहना है कि जो लोग एआई सिस्टम को डेवलप करते हैं और कोड लिखते हैं, उनकी नौकरियों को कोई खतरा नहीं है। भले ही एआई कोड जनरेट कर पाए, लेकिन वह सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए जरूरी प्रॉब्लम-सॉल्विंग योग्यता नहीं रखता है।
कोडिंग की पढ़ाई के लिए डिग्री हासिल की जा सकती है
उन्होंने कहा कि डिबगिंग, रिफाइनिंग और एआई को आगे बढ़ाने के लिए इंसानों की जरूरत होगी। कोडिंग की पढ़ाई के लिए कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल की जा सकती है। अमेरिका में कोर्स के लिए कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका के बेस्ट संस्थान हैं।