ब्रह्मोस मिसाइल को दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक माना जाता है, जो इसे दुश्मन के लिए बेहद घातक बनाती है। ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित की गई है। इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है। इसकी गति, सटीकता और बहुमुखी प्रक्षेपण क्षमता इसे भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार बनाती है।
सुपरसोनिक गति : ब्रह्मोस की गति ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना अधिक है, जिससे दुश्मन के रक्षा प्रणालियों को प्रतिक्रिया देने का समय बहुत कम मिलता है। यह ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज (Mach 2.8 से 3.0) गति से उड़ान भर सकती है, जो इसे दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक बनाती है।
जानें क्यों है खास
- बहुमुखी प्रक्षेपण : इसे जमीन, समुद्र, हवा और पनडुब्बी सहित विभिन्न प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है, जो इसे एक अत्यधिक लचीला हथियार बनाता है।
- सटीकता : ब्रह्मोस अपने लक्ष्य को सटीकता से भेदने में सक्षम है, जिससे यह महत्वपूर्ण लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए एक प्रभावी हथियार बन जाता है।
- कम ऊंचाई पर उड़ान : यह मिसाइल 10 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड में नहीं आती।
- रेंज : इसकी मारक क्षमता लगभग 300 किलोमीटर है, हालांकि इसके उन्नत संस्करणों की रेंज 500 से 800 किलोमीटर तक है।
- पेलोड : यह 200 से 300 किलोग्राम तक का पारंपरिक या परमाणु हथियार ले जा सकती है।
- सटीकता : यह अपने लक्ष्य को सटीकता से भेदने में सक्षम है।
- दागो और भूल जाओ : यह एक फायर एंड फॉरगेट मिसाइल है, जिसका अर्थ है कि इसे लॉन्च करने के बाद इसे आगे मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं होती है।