बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और दिल्ली के प्रमुख व्यवसायी संजय कपूर की अनुमानित 10,300 करोड़ रुपये की विशाल संपत्ति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि संजय कपूर पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनका व्यवसाय फल-फूल रहा है, लेकिन संपत्ति के वारिसों को लेकर कानूनी और पारिवारिक हल्कों में चर्चा गर्म है। खासकर यह सवाल उठ रहा है कि उनकी इस बड़ी संपत्ति में से करिश्मा कपूर के बच्चों, समायरा और कियान को क्या मिलेगा। संजय कपूर का पहला विवाह नंदिता महतानी से हुआ था, जिनसे उनका तलाक हो चुका है। उसके बाद उन्होंने करिश्मा कपूर से शादी की, जिनसे उन्हें दो बच्चे, समायरा (जन्म 2005) और कियान (जन्म 2010) हैं। करिश्मा से तलाक के बाद, संजय ने प्रिया सचदेव से शादी की, जिनसे उनका एक बेटा अज़रियास कपूर (जन्म 2018) है।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, संजय कपूर की संपत्ति के प्रमुख वारिस उनके सभी जैविक बच्चे होंगे। भारतीय उत्तराधिकार कानूनों के तहत, यदि संजय कपूर ने कोई वसीयत नहीं बनाई है, तो उनकी संपत्ति उनके सभी बच्चों (समायरा, कियान और अज़रियास) और उनकी वर्तमान पत्नी प्रिया सचदेव के बीच समान रूप से विभाजित होगी। हालांकि, यह भी संभावना है कि संजय कपूर ने अपनी संपत्ति के प्रबंधन और वितरण के लिए एक विस्तृत वसीयत तैयार की हो। यदि ऐसी कोई वसीयत मौजूद है, तो संपत्ति का बंटवारा उसी के अनुसार होगा। एक वसीयत में व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार किसी भी हिस्सेदार को अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा देने का अधिकार रखता है, जिसमें वह अपने पूर्व विवाह के बच्चों के लिए भी विशिष्ट प्रावधान कर सकता है।
करिश्मा कपूर के बच्चे, समायरा और कियान, कानूनी रूप से संजय कपूर की संपत्ति में हिस्सेदारी के हकदार हैं, भले ही करिश्मा से उनका तलाक हो गया हो। उनके हिस्से की मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि संजय कपूर ने कोई वसीयत बनाई है या नहीं और उसमें क्या प्रावधान किए गए हैं। आमतौर पर ऐसे मामलों में, बच्चों के भविष्य और शिक्षा के लिए पर्याप्त प्रावधान किए जाते हैं। प्रिया सचदेव के बेटे अज़रियास भी एक समान कानूनी दावेदार होंगे। अभी तक संजय कपूर या उनके परिवार की ओर से संपत्ति के बंटवारे को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस विशाल संपत्ति का प्रबंधन और वितरण किस प्रकार होता है।