उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (6 दिसंबर, 2025) डॉ. बी.आर. अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लखनऊ के हजरतगंज स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर महासभा कार्यालय परिसर में पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद अपने संबोधन में संविधान के प्रति गौरव व्यक्त किया और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।
📜 संविधान पर गर्व, अंबेडकर की चेतावनी पर बल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमें अपने संविधान पर गर्व है। हमें बाबा साहेब अंबेडकर पर गर्व है। तब भी, उन्होंने हमें उन सभी खतरों के बारे में चेतावनी दी थी। योगी ने एक पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और अंबेडकर के विचारों को याद किया, “1923 में, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता, जो कांग्रेस अध्यक्ष थे, ने ‘वंदे मातरम’ गाने से मना कर दिया था। अपने आखिरी पलों में, उन्होंने येरुशलम में मरने की इच्छा जताई थी। बाबा साहेब ने कहा था कि जो व्यक्ति भारत में पैदा होने और इसकी सुविधा का उपभोग करने के बावजूद, भारत की मिट्टी को पवित्र नहीं मानता, वह सही मायने में भारतीयों के हितों की सेवा नहीं कर सकता।”
🛡️ तुष्टीकरण की राजनीति पर कड़ा प्रहार
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर तुष्टीकरण की नीतियों की वकालत करने वाली पार्टियों पर अंबेडकर का अपमान करने और नागरिकों के अधिकार छीनने का आरोप लगाया:
- आलोचना: “दुख की बात है कि तुष्टीकरण की नीतियों की वकालत करने वाली पार्टियाँ न केवल भारत को नुकसान पहुँचा रही हैं, बल्कि बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान भी कर रही हैं और नागरिकों से उनके अधिकार छीनने की शर्मनाक कोशिश कर रही हैं।”
- नए भारत का संकल्प: उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, नया भारत अपने महापुरुषों पर गर्व करता है और उनका सम्मान करता है…”
इस श्रद्धांजलि सभा के दौरान, मुख्यमंत्री ने अंबेडकर के आदर्शों को याद करते हुए संविधान और देश की एकता को अक्षुण्ण रखने के संकल्प को दोहराया।


