संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अधिवेशन में भाग लेने पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ को उस समय असहज स्थिति का सामना करना पड़ा जब एक भारतीय पत्रकार ने उनसे सीमा पार आतंकवाद पर सीधा सवाल पूछ लिया।
शहबाज़ शरीफ की बोलती हुई बंद
यह वाकया संयुक्त राष्ट्र परिसर के अंदर हुआ, जब शहबाज़ शरीफ अपने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ बाहर निकल रहे थे। उसी दौरान ANI की पत्रकार आयुषी अग्रवाल ने उनसे कड़ा सवाल पूछा:
“प्रधानमंत्री शरीफ, कब आप सीमा पार से जारी आतंकवाद को रोकने जा रहे हैं?”
भारतीय पत्रकार के इस तीखे सवाल पर प्रधानमंत्री शरीफ को कोई जवाब नहीं सूझा। वह बिना कुछ कहे, चुपचाप अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ वहाँ से निकल लिए।
UNGA में भारत ने दिया था करारा जवाब
इससे पहले, शहबाज़ शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ जहर उगला था और पाकिस्तानी सेना की झूठी तारीफ की थी।
जवाब में, भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने अपने ‘उत्तर देने के अधिकार’ का प्रयोग करते हुए पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को बेनकाब किया था:
- उन्होंने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को दशकों तक पनाह दी थी, जबकि वह आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में खुद को भागीदार बता रहा था।
- उन्होंने पाकिस्तान पर पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बचाने का भी आरोप लगाया था।
पत्रकार के सवाल पर शहबाज़ शरीफ की यह चुप्पी दर्शाती है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के पास कोई ठोस जवाब नहीं है।