केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में तमिलनाडु की डीएमके सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मैं दो बार तमिलनाडु गया हूं। पहली बार कृषि विभाग के काम के लिए और दूसरी बार ग्रामीण विकास के काम के लिए गया। दोनों बार न तो ग्रामीण विकास मंत्री और न ही कृषि मंत्री मेरी बैठक में आए। मैं निवेदन करना चाहता हूं कि केंद्र सरकार लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम तमिलनाडु की महान जनता को प्रणाम करते हैं, तमिल संस्कृति को प्रणाम करते हैं, तमिल भाषा को प्रणाम करते हैं। हम सब भारत माता के बेटे हैं, भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं है। हम विनम्रता के साथ तमिलनाडु की जनता और किसानों की सेवा करेंगे।
14 हजार किसान लाभ से वंचित
शिवराज सिंह चौहान ने कह कि मैं तमिलनाडु सरकार से आग्रह करता हूं कि अगर कोई पात्र हितग्राही पीएम किसान सम्मान निधि योजना से वंचित है तो उनकी सूची पोर्टल पर अपडेट करें। उनके नाम निश्चित रूप से जोड़े जाएंगे। तमिलनाडु में ऐसे लगभग 14 हजार किसान हैं। राज्य सरकार छानबीन कर सूची भेजे तो मैं आश्वस्त करता हूं कि यहां से 1 दिन की भी देरी नहीं होगी।
तमिलनाडु इसलिए है जरूरी
तमिलनाडु में 2026 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। 234 विधानसभा सीट वाले इस राज्य में अभी डीएमके की सरकार है। भाजपा का प्रयास है कि वह क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव में उतरे। एआईडीएमके और अन्य पार्टियों से उसकी बातचीत चल रही है। ऐसे में चुनाव में कभी बेहतर नहीं कर पाने वाली भाजपा यहां इस बार बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है।