भारत की ऐतिहासिक आईसीसी महिला विश्व कप जीत का जश्न मनाने के लिए, प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी बीच पर एक कलाकृति बनाई। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इसकी तस्वीर साझा करते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम को बधाई दी। हालांकि, उनकी यह कलाकृति सोशल मीडिया यूजर्स को बिलकुल पसंद नहीं आई और उन्हें तीखी आलोचना और ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।
विवादित कलाकृति और आलोचना
सुदर्शन पटनायक ने कलाकृति की तस्वीर साझा करते हुए लिखा: “भारत की नारी शक्ति! 2025 का विश्व कप जीतने के लिए हमारी भारतीय महिला क्रिकेट टीम को बधाई! ओडिशा के पुरी बीच पर, गेंदों से रेत पर उकेरी गई मेरी शुभकामनाएं।”
इस पोस्ट पर ऑनलाइन प्रतिक्रियाएं जश्न मनाने जैसी कम और आलोचनात्मक ज्यादा थीं। यूजर्स ने कलाकृति के अस्पष्ट संदेश और कमजोर दृश्य निष्पादन के लिए उनकी आलोचना की।
- एक यूजर ने पूछा, “आप यहां क्या करने की कोशिश कर रहे हैं?” वहीं कई लोगों ने उनकी आलोचना करते हुए पूछा, “क्या यह वाकई आपने बनाई है? आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी… दोहरा चेहरा…”
- एक तीसरे यूज़र ने लिखा, “पुरी की रेत ने नॉर्मंडी की रेत से भी ज़्यादा आतंक देखा है।”
लोगों ने लिए जमकर मजे
कई यूजर्स ने कलाकृति का मजाक उड़ाया और उसकी तुलना उनके पिछले काम से की:
- मिंटी शर्मा नाम की एक यूजर ने उनकी उस कलाकृति के साथ इस आर्ट की तस्वीर पोस्ट की, जो उन्होंने पुरुष विश्व कप जीतने पर बनाई थी। उन्होंने लिखा, “सैंट आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक, जब पुरुष विश्व कप जीते और जब महिलाएं।”
- कई यूजर्स ने पूछा, “भाई कोई और आइडिया नहीं मिला आपको, यह क्या बना दिया?”
- एक यूजर ने लिखा कि “हरमनप्रीत और टीम सोच रही होगी कि इससे अच्छा तो हार ही जाते।”
- एक अन्य यूजर ने लिखा, “ऐसा लग रहा है कि बल्ले को दफना दिया गया है।”
- एक अन्य यूजर ने बैट को “कपड़े धोने वाला बैट” या “दारू की बोतल” तक कह डाला।
शुक्र मनाओ शाहजहां देश का सम्राट नहीं है
आलोचना इतनी तीखी थी कि कुछ यूजर्स ने उन्हें गालियां तक लिखीं। एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, “शुक्र मनाओ सुदर्शन जी शाहजहां अभी देश का सम्राट नहीं है।” पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पटनायक अपनी विशाल रेत की मूर्तियों के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर राष्ट्रीय और राजनीतिक आयोजनों को दर्शाती हैं। इस विवाद के बावजूद, वह देश के सबसे प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट में से एक हैं।


