भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बोलते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करता रहेगा। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन दुनिया को एक स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अपनी संप्रभुता और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा। जयशंकर ने यह बयान वाशिंगटन में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद दिया, जहां उन्होंने आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत द्वारा मई 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया एक सैन्य अभियान था। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस ऑपरेशन के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले किए थे, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया गया था। यह ऑपरेशन भारत की ‘आत्मनिर्भर इनोवेशन’ और ‘एक बल’ रणनीति का प्रदर्शन था, जिसमें भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बीच पूर्ण तालमेल देखा गया था।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के साथ अपनी बैठक में भी जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की। हेगसेथ ने भारत के साथ लंबित रक्षा सौदों को तेजी से पूरा करने और रक्षा उत्पादन में सहयोग बढ़ाने की उम्मीद जताई, जिससे दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी मजबूत हो सके। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत उन देशों की आलोचना करता है जो आतंकवाद के शिकार होने पर कोई ठोस रुख नहीं अपनाते।
जयशंकर के बयान यह स्पष्ट करते हैं कि भारत अब आतंकवाद को लेकर किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा और यदि आवश्यक हुआ, तो वह अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फिर से कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगा। यह एक मजबूत संदेश है कि भारत न केवल अपनी सीमाओं के भीतर, बल्कि जरूरत पड़ने पर सीमा पार भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में सक्षम और प्रतिबद्ध है।