भारत को हमेशा परमाणु बम की धमकी देने वाले पाकिस्तान और उसकी सेना की हेकड़ी मोदी सरकार ने निकाल दी है। साथ ही पाकिस्तान का यह दंभ भी तोड़ दिया कि वह भारत को नुकसान पहुंचा सकता है। भारत ने न केवल पाकिस्तान के 8 एयरबेस को तबाह किया, बल्कि सबसे सुरक्षित रावलपिंडी, बहावलपुर, कराची, इस्लामाबाद और पंजाब तक ताबड़तोड़ हमले किए। हालांकि ये हमले टारगेट पिन पाइंट पर थे, लेकिन इससे पाकिस्तान दहशत में आ गया। भारत ने तो पाकिस्तान के परमाणु कमांड को तबाह करने की योजना बना रखी थी और इस पर अमल भी करने वाला था। नूर खान एयरबेस पर हुए हमले के बाद पाकिस्तानि के पीएम शहबाज शरीफ डर गए थे। इके कारण उन्होंने तुरंत अमेरिका को फोन लगाया और ट्रंप के सामने शांति की गुहार लगाई। भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर किया, लेकिन साथ ही यह जता दिया कि अब हमले हुए तो उसे युद्ध मानकर जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
नूर खान एयरबेस पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण ठिकाना
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई एयरबेस पर हमले किए, जिसमें नूर खान एयरबेस भी शामिल था। नूर खान एयरबेस पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण ठिकाना है और इस पर हमले से पाकिस्तान की सेना में डर फैल गया था। कुछ मीडिया रिपोट्र्स में यह भी दावा किया गया है कि भारत का अगला निशाना पाकिस्तान का परमाणु कमांड हो सकता था। इन खबरों में यह भी कहा गया है कि नूर खान एयरबेस पर हमले के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इतने घबरा गए थे कि उन्होंने तुरंत अमेरिका से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई। हालांकि भारत सरकार या सेना की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। फिर भी क्षेत्र में तनाव की स्थिति और दोनों देशों के बीच अविश्वास का माहौल स्पष्ट रूप से झलकता है। परमाणु हथियारों की मौजूदगी के कारण इस तरह की किसी भी संभावित कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बनी रहती है। हालांकि भारत ने परमाणु बम के डर को दरकिनार करते हुए पाकिस्तान पर चौतरफा हमले कर तगड़ा सबक सिखा दिया।