कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक बार फिर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बिहार में उन लोगों के वोट भी काट दिए गए, जिन्होंने पिछले कई चुनावों में वोट दिए थे। राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान औरंगाबाद में कुछ लोगों से मुलाकात की, जिनका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया था। जब उन्होंने लोगों से इसका कारण पूछा, तो उन्हें जवाब मिला कि यह ‘ऊपर से ऑर्डर’ आया है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह गरीबों के अधिकार की लड़ाई है और वे इस लड़ाई को तब तक लड़ते रहेंगे जब तक ‘वोट चोरी’ को रोका नहीं जाता। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लड़ी जाएगी। चुनाव आयोग ने उनसे इन आरोपों को लेकर हलफनामा मांगा है, लेकिन वह उनसे डरते नहीं हैं और हर विधानसभा और लोकसभा सीट पर ‘वोट चोरी’ का पता लगाकर उसे जनता के सामने लाएंगे। उन्होंने कहा कि हाल के चुनावों में उन लोगों का वोट भी चुरा लिया गया, जिन्होंने पिछले 4-5 चुनावों में वोट दिया था। राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने इस कथित ‘वोट चोरी’ के बारे में पूछा, तो उन्हें केवल एक ही जवाब मिला, “ऊपर से ऑर्डर आया है।”
गांधी ने कहा कि यह गरीबों के अधिकार की लड़ाई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे और ‘वोट चोरी’ को रोककर रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक गरीबों को उनका अधिकार वापस नहीं मिल जाता।
यह पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी ने बिहार में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है। ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान भी उन्होंने कई बार इस मुद्दे को उठाया है। इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को उनके वोट के महत्व और लोकतंत्र में उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना है।
राहुल गांधी का यह बयान बिहार में राजनीतिक माहौल को और गरमा सकता है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है, जबकि सत्ता पक्ष ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस बयान के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार और केंद्र सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।