चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर का नाम एक साथ दो राज्यों, बिहार और पश्चिम बंगाल, की मतदाता सूची में दर्ज पाया गया है। प्रशांत किशोर का नाम उनके पैतृक घर, रोहतास जिले के सासाराम स्थित मतदाता सूची में दर्ज है। उनका नाम पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट की मतदाता सूची में भी दर्ज है। भवानीपुर वही सीट है जहाँ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपचुनाव लड़ती हैं। चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन तब सामने आया, जब पश्चिम बंगाल भाजपा ने भवानीपुर की मतदाता सूची से प्रशांत किशोर के नाम की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की थी। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अप्रैल 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले अपना नाम भवानीपुर की सूची में दर्ज करवाया था।
कानूनी स्थिति:
भारत में, कोई भी व्यक्ति एक ही समय में एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हो सकता। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 17 के तहत, यह अवैध है। यदि कोई व्यक्ति एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत पाया जाता है, तो उसे एक स्थान पर अपना नाम हटाने के लिए आवेदन करना होता है, अन्यथा यह कानून का उल्लंघन माना जाता है।


