कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि “हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं” और इसी क्रम में चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह ‘वन मैन-वन वोट’ के सिद्धांत को लागू करे, लेकिन वह इसमें विफल रहा है। राहुल ने यह भी दोहराया कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और ‘वोट चोरी’ के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा।
राहुल गांधी ने कहा, “वन मैन-वन वोट संविधान की नींव है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग का प्राथमिक कर्तव्य इस सिद्धांत को सुनिश्चित करना है, ताकि हर नागरिक का वोट गिना जाए और उसकी आवाज सुनी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहा है।
अपने बयान को पुष्ट करने के लिए राहुल गांधी ने 124 साल की एक मिंता देवी का जिक्र किया, जिनके वोट को लेकर कुछ विसंगतियां सामने आई हैं। उन्होंने कहा, “124 साल की मिंता देवी का एक केस है, ऐसे बहुत सारे मामले हैं।” उन्होंने आगे चेतावनी भरे लहजे में कहा, “अभी तो पिक्चर बाकी है,” जिसका मतलब था कि आने वाले समय में वे इस मुद्दे को और भी मजबूती से उठाएंगे।
राहुल गांधी ने यह भी दोहराया कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, “हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं और लगातार करते रहेंगे।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दल लगातार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM), SIR और चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं।