राजस्थान के जैसलमेर में बोरवेल खोदते समय ऐसा वाक्या हो गया, जिसे देखकर हर कोई अचंभित रह गया। दरअसल बोरिंग करते समय यहां जमीन फट गई जिसके बाद बहुत तेजी से पानी जमीन से बाहर निकलने लगा। देखते ही देखते कुछ ही देर में यहां तालाब बन गया। भूजल वैज्ञानिक डॉ.नारायण ईणखिया ने इसका एक वीडियो शेयर किया है।
कभी पानी को तरसते थे
जैसलमेर के मोहनगढ़ क्षेत्र के गांव में जमीन के 800 फीट नीचे से जलधारा का प्रवाह हो रहा है। हालात यह हैं कि खेत तालाब बन गया है और पानी निरंतर बह रहा है। भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास ईणखिया कहते हैं कि यह भूजल का सामान्य रिसाव नहीं हो सकता। उन्होंने इसे लुप्त सरस्वती नदी के चैनल से जोड़ते हुए संभावना जताई कि यह घटना सरस्वती नदी के प्राचीन प्रवाह के संकेत हो सकते हैं।
ऐसा पहली बार ही हुआ
भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण ईणखिया ने कहा, लगभग 850 फीट की गहराई के बाद मोहनगढ़ में भूजल प्रवाहित होना शुरू हो गया था। उसकी गति इतनी ज्यादा थी कि भूजल सतह पर आकर बहने लगा। ये स्थिति इस क्षेत्र में पहले भी हुई थी लेकिन वर्तमान में जिस तरह पानी बहा है, ऐसा पहली बार ही हुआ है।