नेपाल में युवाओं के बढ़ते आक्रोश ने राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता पैदा कर दी है। प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई मंत्रियों के आवासों के साथ-साथ संसद और सुप्रीम कोर्ट जैसी सरकारी इमारतों में भी आग लगा दी है। हालात की गंभीरता को देखते हुए नेपाली सेना ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है।
भारत ने नेपाल की स्थिति पर चिंता जाहिर की है। एहतियात के तौर पर, एयर इंडिया, इंडिगो और नेपाल एयरलाइंस ने दिल्ली से काठमांडू की अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इसके अलावा, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने नेपाल की एक जेल से भागने वाले पांच कैदियों को उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में भारत-नेपाल सीमा से भारत में घुसने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया है।
इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया है कि नेपाल में फंसे 187 तेलुगु नागरिकों की पहचान की गई है। आंध्र प्रदेश सरकार उनके बचाव और सुरक्षा के लिए कदम उठा रही है। मंत्री नारा लोकेश स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं और भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव को भी इसकी सूचना दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी नेपाल की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनके प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि गुटेरेस को जान-माल के नुकसान का गहरा दुख है और उन्होंने हिंसा की गहन जांच की मांग की है। गुटेरेस ने सभी पक्षों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की है।