जलवायु परिवर्तन के चलते अप्रत्याशित आपदाएं लगातार चुनौती बनती जा रही हैं। इनका पूर्वानुमान लगा पाना भी मुश्किल है। फरवरी 2021 में चमोली जिले में ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा में आई बाढ़ इसका उदाहरण है। ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों को आपसी समन्वय स्थापित कर इनसे निपटने के लिए पहले से ही पुख्ता तैयारी करनी होगी।
अप्रत्याशित आपदाएं बन रही चुनौतीः हसनैन एनडीएमए और यूएसडीएमए की ओर से टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन
RELATED ARTICLES