प्रयागराज महाकुंभ को भव्य एवं दिव्य स्वरूप देने के साथ ही उप्र सरकार सुरक्षा पर भी पूरा जोर दे रही है। मेला क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में फोर्स के अलावा एनएसजी कमांड भी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही गंगा नदी के जल के भीतर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। जल के भीतर सुरक्षा के लिए पहली बार कई ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। नदियों में 8 किलोमीटर लंबी डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी। इसके साथ ही पहली बार अंडर वाटर ड्रोन और सोनार लेजर का उपयोग किया जाएगा। सतह की निगरानी के लिए स्कूटर ब्रिगेड तैनात की जाएगी। सुरक्षा उपकरणों की खरीद के लिए भी बजट की स्वीकृति मिल गई है।
सोनार रेडियो तरंगों का भी उपयोग
प्रयागराज महाकुंभ में पहली बार जल के अंदर ड्रोन का इस्तेमाल तो होगा ही, इसके साथ ही दुर्घटना के समय पानी के नीचे जन-धन की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए सोनार रेडियो तरंगों का उपयोग किया जाएगा। पहली बार वाटर स्कूटर ब्रिगेड भी तैनात रहेगी। महाकुंभ के लिए 25 वाटर स्कूटर मंगाए जाएंगे। इसके लिए सवा छह लाख रुपये स्वीकृत हो गए हैं। दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन भी बनेंगे जिन्हें संगम और वीआईपी घाट पर बनाया जाएगा। कई अन्य उपकरण भी उपलब्ध कराए उपकरणों की खरीद के लिए एक अक्टूबर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।


