यूक्रेन ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को मजबूती देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। यूक्रेन ने अगले 10 वर्षों में फ्रांस से 100 डसॉल्ट राफेल मल्टी रोल फाइटर जेट्स (Dassault Rafale Multi-Role Fighter Jets) खरीदने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अपनी पेरिस यात्रा के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की मौजूदगी में इस आशय पत्र (Letter of Intent) पर हस्ताक्षर किए। इस सौदे को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन को सैन्य सहायता रोकने की हालिया टिप्पणियों को एक तरह का ‘ठेंगा’ दिखाने के रूप में देखा जा रहा है। राफेल वही उन्नत लड़ाकू विमान है जिसने पहले भारत के ‘ऑपरेशन सुंदर’ के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए उसे धूल चटाई थी।
‘सबसे बड़ी वायु रक्षा प्रणाली’
जेलेंस्की ने इस सौदे को यूक्रेन के लिए एक ऐतिहासिक समझौता बताते हुए कहा कि इन विमानों के अधिग्रहण के बाद, यह दुनिया की सबसे बड़ी वायु रक्षा प्रणालियों में से एक होगी। इस सौदे में केवल राफेल जेट्स ही नहीं, बल्कि एयर डिफेंस सिस्टम, बम और ड्रोन भी शामिल हैं।
- समय-सीमा: इन 100 राफेल विमानों की आपूर्ति की समय-सीमा 2035 तक बढ़ाई जाएगी।
- सहयोग: दोनों देश इंटरसेप्टर ड्रोन के विकास और निर्माण पर भी मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं।
- फंडिंग की योजना: इस खरीद के लिए फंडिंग की व्यवस्था यूरोप में जमा जब्त रूसी संपत्तियों से करने की योजना है, जिस पर यूरोपीय संघ की सहमति मिलना अभी बाकी है।
यूक्रेन को इन लड़ाकू विमानों की सख्त जरूरत है क्योंकि रूस औसतन हर हफ्ते लगभग 1,700 ड्रोनों के साथ-साथ मिसाइलों से लगातार उसके शहरों और ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है।
भारत के राफेल ने पाकिस्तान को चटाई थी धूल
राफेल की मांग केवल उसकी उन्नत क्षमताओं के कारण नहीं है, बल्कि भारत में उसके सफल सैन्य प्रदर्शन के कारण भी है। यूक्रेन ने जिस राफेल F4 मल्टी रोल फाइटर्स को खरीदने के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, वह वही उन्नत विमान है जिसका इस्तेमाल भारतीय वायुसेना (IAF) करती है।
- ‘ऑपरेशन सुंदर’ में कहर: मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ‘ऑपरेशन सुंदर’ (Operation Sunder – एक सैन्य संघर्ष) के दौरान भारतीय राफेल जेट ने पाकिस्तान में जमकर तबाही मचाई थी।
- बहु-उपयोगी क्षमता: राफेल एक ‘ओमनीरोल’ फाइटर जेट है जो हवा से हवा में श्रेष्ठता (Air Superiority), हवाई रक्षा, निकट हवाई सहायता, गहरे हमले (Deep Strike), टोही (Reconnaissance) और जहाज-रोधी हमले (Anti-Ship Attack) सहित सभी लड़ाकू विमानन मिशनों को अंजाम देने में सक्षम है।
राफेल की बहुमुखी और सिद्ध क्षमताओं को देखते हुए, यूक्रेन इसे अपनी हवाई ताकत बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार मानता है, जो उसे रूस के खिलाफ जवाबी दबाव बनाने में मदद करेगा।


