एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, और ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की जगह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इसकी मेजबानी कर सकता है। यह स्थिति मुख्य रूप से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के रुख के कारण उत्पन्न हुई है, जिसने भारत में होने वाले किसी भी टूर्नामेंट में अपनी टीम भेजने पर आपत्ति जताई है। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) इस मुद्दे को सुलझाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
इस वर्ष के एशिया कप टी-20 की मेजबानी भारत को करनी थी। हालांकि, पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं और द्विपक्षीय संबंधों में तनाव का हवाला देते हुए भारत में खेलने से इनकार कर दिया था। पीसीबी ने एशिया कप को किसी न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित करने या “हाइब्रिड मॉडल” अपनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसमें पाकिस्तान अपने मैच घरेलू धरती पर खेले और बाकी टूर्नामेंट कहीं और हो। इस बीच 12 से 28 सितम्बर तक आयोजन हो सकता है।
एसीसी के सूत्रों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के चलते यूएई को एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। यूएई ने अतीत में कई बड़े क्रिकेट टूर्नामेंटों की सफलतापूर्वक मेजबानी की है, जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सीरीज शामिल हैं। यहां विश्व स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम और लॉजिस्टिक्स की सुविधा उपलब्ध है।
एसीसी के अधिकारी इस मामले पर विचार-विमर्श के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं। टूर्नामेंट का भविष्य अब भी अधर में लटका हुआ है, क्योंकि एसीसी को भारत और पाकिस्तान दोनों को स्वीकार्य समाधान खोजना होगा। अगर यूएई को मेजबानी मिलती है, तो यह पाकिस्तान की शर्तों पर एक तरह से सहमति होगी, ताकि टूर्नामेंट रद्द न हो। एशिया कप क्रिकेट कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसके रद्द होने से एशियाई क्रिकेट को बड़ा नुकसान हो सकता है। फैंस भी बेसब्री से इस टूर्नामेंट के भविष्य पर स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं।