अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा कर दी है। उन्होंने भारत पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया है, तो कई देशों पर इससे ज्यादा टैरिफ थोप दिया है। इसका असर भारतीय समेत विदेशों के बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। भारत में शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 500 अंक से अधिक गिरावट आई जबकि निफ्टी 23,250 अंक के नीचे आ गया है। सेंसेक्स सुबह 9.17 बजे 564 अंक यानी 0.74 प्रतिशत गिरावट के साथ 76,053 अंक पर ट्रेड कर रहा था जबकि निफ्टी 138 अंक यानी 0.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,193 अंक पर था। वहीं रुपया भी शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 26 पैसे कमजोर हो गया।
दवा कंपनियों के शेयरों में उछाल
दवा कंपनियों को इस टैरिफ से अलग रखा गया है। इस कारण इनके शेयरों में तेजी दिख रही है। सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, इन्फोसिस, टीसीएस, टेक महिंद्रा और भारती एयरटेल में सबसे ज्यादा गिरावट आई। इन कंपनियों के शेयर 2.5 फीसदी तक गिर गए। महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी पोट्र्स, एचडीएफसी बैंक, मारुति और टाटा मोटर्स के शेयर भी गिरावट के साथ खुले। सेक्टोरल स्पेस में निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2.5 प्रतिशत गिरावट रही। अमेरिका में मंदी का खतरा बढऩे से सबसे ज्यादा नुकसान आईटी कंपनियों को होगा।
विदेशी बाजारों का ये रहा हाल
अमेरिका ने अपने करीबी सहयोगी जापान पर 24 फीसदी टैरिफ लगाया है। इसका जापान के शेयर बाजारों में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। निक्केई में 4 फीसदी से अधिक गिरावट आई। सबसे बुरा हाल बैंकों का रहा। कार कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट रही। दुनिया में सबसे ज्यादा गाडिय़ां बनाने वाली टोयोटा मोटर के शेयरों में 4.7 फीसदी गिरावट आई। इसी तरह चिप बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई। एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गई। दक्षिण कोरिया का बेंचमार्क कोस्पी शुरुआत के तुरंत बाद ही 1.9 प्रतिशत लुढक़ गया। ऑस्ट्रेलिया का एस एंड पी/एएसएक्स 1.8 प्रतिशत गिरकर 7,793 अंकों पर बंद हुआ। ट्रंप के ऐलान के बाद अमेरिका शेयर बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई।