अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ दिन में सत्ता संभालने वाले हैं। ऐसे में उनके दूसरे कार्यकाल की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही दुनिया भर की नजर नजरे ट्रंप पर हैं। कई देश टकटकी लगाए बैठे हैं कि पता नहीं ट्रंप अब क्या करते हैं। सबसे ज्यादा दहशत में ईरान और रूस हैं। इस बीच दुनिया की नजर फिलिस्तीन और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध पर भी है। अमेरिका के सेंट्रल कमांड की डिप्टी कमांडर वायस एडमिरल ब्रैड कपूर इजराइल के दौरे पर हैं। कपूर ने इसराइल सेना के मेजर जनरल अमीर बाराम से मुलाकात की है। बताया जाता है कि इस मुलाकात में ईरान के परमाणु ठिकानों पर संभावित हमले की तैयारी पर बात हुई है। अगर हमला हुआ तो क्षेत्र में अशांति और बढ़ेगी और ईरान पलटवार करेगा।
ईरान के प्रति आक्रामकता बढ़ेगी
इजरायली मीडिया का दावा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात से इंकार नहीं किया है कि वे ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करेंगे। ऐसे में ईरान भी ट्रंप की सत्ता में वापसी पर अपनी तैयारी में लगा हुआ है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा है कि 2025 ईरानी परमाणु मुद्दे की लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। इस बीच लगता है कि ट्रंप की वापसी से इसराइल मजबूत होगा और ईरान के प्रति उसकी आक्रामकता बढ़ेगी। इसराइल और अमेरिका लगातार यह कहते रहे हैं कि ईरान के पास परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त यूरेनियम है। ऐसे में ट्रंप के के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने का अंदेशा है। इससे लगता है कि ट्रंप की सत्ता में वापसी ईरान के लिए मुश्किल बन सकती है और उसके परमाणु ठिकानों पर हमला हो सकता है।