यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ चल रहे लगभग चार साल पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव में किए गए संशोधनों पर सकारात्मक रुख दिखाया है। सोमवार (1 दिसंबर 2025) को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद जेलेंस्की ने पेरिस में पत्रकारों को बताया कि संशोधित शांति योजना “अब बेहतर दिख रही है” और इस पर काम आगे भी जारी रहेगा।
विवाद का मूल: क्षेत्रीय नियंत्रण
हालांकि, जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि योजना में अभी भी पेच फंसा हुआ है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन का अपने क्षेत्रों पर नियंत्रण (Territorial Control) का मुद्दा अभी भी सबसे जटिल बना हुआ है। यह “लेकिन” इसी बात की ओर इशारा करता है कि यूक्रेन अपनी एक इंच भी जमीन रूस को सौंपने को तैयार नहीं है, जो मूल अमेरिकी-रूसी ड्राफ्ट में एक प्रमुख शर्त थी।
मूल योजना पर था विवाद
ट्रंप प्रशासन द्वारा शुरू में प्रस्तावित 28-सूत्री शांति योजना को कीव और यूरोपीय सहयोगियों द्वारा रूसी मांगों की ओर अधिक झुकाव रखने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। मूल योजना में यूक्रेन को कब्जाए गए कुछ क्षेत्रों को रूस को सौंपने, सेना के आकार को सीमित करने और नाटो सदस्यता को रोकने जैसी शर्तें शामिल थीं, जिन्हें यूक्रेन ने देश का अपमान करार दिया था।
संशोधन और अगला कदम
जिनेवा और अन्य स्थानों पर अमेरिका और यूक्रेन के अधिकारियों के बीच गहन बातचीत के बाद, इस योजना को अब “फाइन-ट्यून” किए जाने वाले “अवधारणा” के रूप में देखा जा रहा है। जेलेंस्की ने स्वीकार किया कि संशोधन के बाद इसमें सही तत्व शामिल किए गए हैं।
जेलेंस्की ने घोषणा की कि वह इस शांति योजना से जुड़े सबसे संवेदनशील मुद्दों को सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिलकर हल करेंगे। उन्होंने यह भी दोहराया कि यूक्रेन से जुड़े सुरक्षा निर्णयों में यूक्रेन को शामिल करना आवश्यक है।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने भी अमेरिकी शांति प्रयासों की सराहना की, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि किसी भी अंतिम समझौते को यूरोपीय सहयोगियों की मेज पर अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। यह राजनयिक पहल इस युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है, लेकिन जब तक क्षेत्रीय विवाद हल नहीं हो जाता, तब तक पूर्ण शांति की राह आसान नहीं होगी।


