तृप्ति डिमरी और सिद्धांत चतुर्वेदी की फिल्म ‘धड़क 2’ सिनेमाघरों में आ चुकी है। यह फिल्म समाज में जातिवाद के गंभीर मुद्दे पर आधारित है। नेटिजन्स की शुरुआती प्रतिक्रियाओं से पता चलता है कि फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है, लेकिन इसकी कहानी और कलाकारों के दमदार अभिनय की काफी सराहना हो रही है।
दिल और दिमाग दोनों को छूती है
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने फिल्म को “बोल्ड” और “ब्रेव” बताया है, जो सामाजिक मुद्दों को ईमानदारी से उठाती है। कुछ लोगों का कहना है कि यह फिल्म दिल और दिमाग दोनों को छूती है, और समाज में जातिवाद की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है। वहीं, कुछ दर्शकों ने फिल्म की आलोचना भी की है। उनका मानना है कि फिल्म का पहला हाफ धीमा है और इसमें बहुत सारे सबप्लॉट हैं, जिससे कहानी कमजोर हो जाती है। इसके अलावा, कुछ लोगों को लगता है कि यह फिल्म अपने मजबूत संदेश को प्रभावी ढंग से पेश करने में नाकाम रही है।
सिद्धांत और तृप्ति का दमदार अभिनय:
फिल्म में तृप्ति डिमरी और सिद्धांत चतुर्वेदी के अभिनय की जमकर तारीफ हो रही है। तृप्ति के किरदार ‘विधि’ को शांत गुस्से और मजबूती के साथ पेश करने के लिए सराहा जा रहा है, और कई लोगों ने इसे उनके करियर का एक नया मोड़ बताया है। वहीं, सिद्धांत चतुर्वेदी ने भी एक युवा, उत्पीड़ित लड़के का किरदार बेहतरीन ढंग से निभाया है।
कुल मिलाकर, ‘धड़क 2’ एक ऐसी फिल्म है जिसमें एक मजबूत संदेश, दमदार अभिनय और एक संवेदनशील विषय है। हालांकि, फिल्म के कमजोर स्क्रीनप्ले और एडिटिंग की भी आलोचना हो रही है। यह फिल्म पिछली ‘धड़क’ से बेहतर मानी जा रही है, लेकिन ओरिजिनल तमिल फिल्म ‘पेरियरुम पेरुमल’ के स्तर तक नहीं पहुंच पाई है।