यूपीएससी ने हालही में सिविल सर्विसेज 2023 के फ़ाइनल परिणाम घोषित कर दिए हैं। इन नतीजों में देशभर के कई होनहार छात्रों ने इतिहास रचते हुए सफलता हासिल की है। इनमे से ही एक सफल उम्मीदवार गुरुग्राम की सुमन यादव हैं जिन्होंने अपने दूसरे प्रयास में बाजी मारकर आईएएस अफसर बनने के अपने सपने को पूरा कर लिया है। आइये जानते हैं सुमन की सफलता की ये कहानी।
सामान्य परिवार की सुमन बनी अफसर
गुरुग्राम में रहने वाली सुमन यादव ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2023 पास करके माता-पिता का मान बढ़ाया है. पिता बलवान सिंह यादव अपनी बेटी की इस कामयाबी से गदगद हैं. 25 साल की उम्र में सुमन यादव ने देश की प्रतिष्ठित और कठिन माने जाने वाली परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 170वीं रैंक हासिल करके परचम लहराया है.
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती-कहावत को सुमन यादव चरित्रार्थ कर दिखाया है. गुरुग्राम के सराय आलावर्दी की रहने वाली सुमन यादव ने दूसरी बार में यह सफलता हासिल की है. उन्होंने बताया कि उनका यह दूसरा अटेंप्ट था, पहले अटेंप्ट में वह असफल रही थीं. उन्होंने कहा कि पहली बार सफलता नहीं मिलने के बाद हिम्मत नहीं हारी, बल्कि पूरे जोश के साथ तैयारी की. उन्होंने दूसरे अटेंप्ट में 170वा स्थान हासिल कर परिवार के साथ-साथ गांव का भी नाम रोशन किया है.
सुमन यादव ने गुरुग्राम से ही अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी की पढ़ाई की है. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. वह पिछले तीन साल से इस परीक्षा की तैयारी कर रही थीं.
अखबर और इंटरनेट से मिली मदद
सुमन की माने तो इस बार की परीक्षा के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और खुद को बेहतर और बेहतर करने के प्रयास में जुटी रह. अखबार और इंटरनेट की मदद से यूपीएससी की तैयारी की. सुमन की कामयाबी पर उनके पिता ने कहा कि हर मां बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे उनका नाम रोशन करें. सुमन की इस बेहतरीन सफलता ने उनका मान सम्मान और बढ़ाया है. रिजल्ट आने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है..