डुमक गांव जनपद चमोली का दूरस्थ गांव है जहां आज भी पैदल चलने के लिए 24 किलोमीटर पैदल यात्रा करके पहुंचना पड़ता है यहां के लोगों ने पिछले दिनों 28 दिनों तक क्रमिक धरना प्रदर्शन किया था लोगों की मांग है कि सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 29 किलोमीटर जो स्वीकृतवर्ष 2009 मैं हुई थी उसका कार्य शीघ्र पूरा किया जाए और डुमक गांव को मोटर मार्ग से जोड़ा जाए इन मांगों को लेकर ग्रामीण लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं अब लोगों ने तय किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाए इन तमाम खबरों और ज्ञापनों को देखते हुए शासन प्रशासन के द्वारा गांव में जोशीमठ के उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ को भेजा गया था ग्रामीणों के साथ 2 घंटे तक बातचीत होती रही ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कह दिया सड़क का काम शुरू करो और वोट दिया जाएगा कल की वार्ता भी ग्रामीणों के साथ प्रशासन की विफल हो गई है संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी कहते हैं कि सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
उप जिलाधिकारी जोशीमठ को दो टूक शब्दों में कहा, मोटर रोड नहीं तो वोट नहीं
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