देश और दुनिया में 10 अप्रैल का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है। कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गईं। 10 अप्रैल का इतिहास इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1982 में आज ही के दिन भारत का बहुउद्देशीय उपग्रह इनसेट-1 ए का सफल प्रक्षेपण हुआ था। यह प्रक्षेपण संयुक्त राज्य अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित केप कैनावेरल एयर फ़ोर्स स्टेशन से किया गया था। इनसेट-1ए भारत के राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली का पहला उपग्रह था, जिसका उद्देश्य दूरसंचार, मौसम विज्ञान और प्रसारण जैसी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करना था। हालांकि कुछ तकनीकी खराबी के कारण यह उपग्रह लगभग 18 महीनों के बाद ही निष्क्रिय हो गया था, लेकिन इनसेट-1ए ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और दूरसंचार क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया और भविष्य के उपग्रहों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। वहीं 1889 में 10 अप्रैल के दिन ही राम चंद्र चटर्जी गर्म गुब्बारे में उड़ान भरने वाले पहले भारतीय बने थे।
सद्दाम हुसैन के शासन का हुआ था अंत
इराक पर अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना का आक्रमण 20 मार्च 2003 को शुरू हुआ था। इराकी सेना जल्द ही हार गई और गठबंधन बलों ने 9-10 अप्रैल 2003 को राजधानी बगदाद पर कब्जा कर लिया था। 10 अप्रैल 2003 इराक पर अमेरिकी कब्जे के शुरुआती दिनों में से एक था। अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर इराक पर कब्जा किया था। यह तानाशाह सद्दाम हुसैन के शासन के अंत का प्रतीक था और तब से यह देश अब तक स्थिर नहीं हो पाया है।
ये हैं अन्य घटनाएं
- 2001 में 10 अप्रैल के दिन ही भारत व ईरान के बीच तेहरान घोषणा-पत्र पर साइन किए थे।
- 1998 में उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेंटों के बीच समझौता संपन्न हुआ था।
- 1982 में भारत का बहुउद्देशीय उपग्रह इनसेट-1ए का सफल प्रक्षेपण हुआ था।
- 1972 में ईरान में आए भूकंप से लगभग 5 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
- 1938 में ऑस्ट्रिया जर्मनी का एक राज्य बन गया था।
- 1930 में पहली बार सिंथेटिक रबर का उत्पादन हुआ था।
- 1922 में ऐतिहासिक जेनेवा सम्मेलन शुरू हुआ था।
- 1916 में प्रोफेशनल तरीके से पहले गोल्फ टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था।
- 1912 में टाइटेनिक ब्रिटेन के साउथेप्टन बंदरगाह से अपनी पहली और आखिरी यात्रा पर रवाना हुआ था।
- 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्यसमाज की स्थापना की थी।
- 1866 में हेनरी बेर्घ ने न्यूयॉर्क शहर में पशु क्रूरता निवारण के लिए अमेरिकन सोसायटी की स्थापना की थी।