इतिहास में 22 मार्च को कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जो यादगार बनकर रह गई हैं। भारत में आज ही के दिन जनता कर्फ्यू लगा था तो दिल्ली में कत्लेआम जैसी घटनाएं भी हुईं। आज का दिन टीबी की खोज और विश्व जल दिवस के लिए भी जाना जाता है।
जनता कर्फ्यू लॉकडाउन में हुआ तब्दील
दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे थे, जिससे भारत भी अछूता नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च, 2020 को भारत में कोविड-19 महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जनता कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद यह लॉकडाउन में तब्दील हो गया। अप्रैल-मई और जून तक कई चरणों में लॉकडाउन लगा। इसके बाद कोरोना के मामले कम हुए। एक साल बाद फिर कोरोना ने पलटवार किया और दूसरा लॉकडाउन लगा, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान गई। बहरहाल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य पानी के अनावश्यक इस्तेमाल पर रोक लगाना है।
ये घटना भी हुईं इतिहास में दर्ज
- 22 मार्च, 1739 को ईरान के शासक नादिर शाह ने दिल्ली में कत्लेआम करने का आदेश दिया था। इस घटना में हजारों लोगों ने अपनी जान गवाई थी।
- 1873 में आज ही के दिन प्यूर्टो रिको में दास प्रथा का आखिरकार आधिकारिक तौर पर अंत कर दिया गया था। जर्मन वैज्ञानिक रॉबर्ट कोख ने टीबी (तपेदिक) पैदा करने वाले बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस की 22 मार्च, 1882 में खोज की थी।
- 1923 में पहली बार ऐसा हुआ था, जब रेडियो पर किसी आइस हॉकी मैच का प्रसारण किया गया था, जो खेल कनाडा में हुआ।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सर स्टैफोर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में क्रिप्स मिशन 22 मार्च, 1942 को भारत पहुंचा था। हालांकि वह असफल रहा, लेकिन इसी दिन जापानी नौसेना ने पोर्ट ब्लेयर पर कब्जा जमा लिया था।
- 22 मार्च 1947 में लॉर्ड लुईस माउंटबेटन भारत के आखिरी वायसराय के तौर पर भारत पहुंचे थे।
- 1964 का दिन ऑटोमोबाइल के इतिहास में बहुत खास था। इस दिन कोलकाता में पहली विंटेज कार रैली का आयोजन हुआ था।
- 22 मार्च 1982 को नासा ने तीसरे मिशन के लिए अपने अंतरिक्ष यान कोलंबिया को लॉन्च किया था।
- 2005 में तमिल फिल्मों के अभिनेता मिथुन गणेश का निधन हुआ था।