देश-दुनिया में पांच अप्रैल का दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ इतिहास में दर्ज है। इस दिन को मर्चेंट नेवी के लिए ‘नेशनल मैरिटाइम डे’ के तौर पर मनाया जाता है। देश की आजादी की लड़ाई में 1930 में पांच अप्रैल का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इसी दिन महात्मा गांधी अपने समर्थकों के साथ नमक कानून तोडऩे के लिए डांडी पहुंचे थे। इतिहास की तमाम बड़ी घटनाओं को पीछे छोडक़र कोरोना संक्रमण सदी की सबसे बड़ी घटना के तौर पर इतिहास में दर्ज हो गया था। इसके प्रकोप से दुनियाभर में लाखों लोगों की जान चली गई और करोड़ों लोग इसके संक्रमण के शिकार हुए।
देश हुआ एकजुट, आलोचना भी हुई
भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर 5 अप्रैल, 2020 को करोड़ों देशवासियों ने शाम के समय दीये, मोमबत्ती और मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाकर कोरोना वायरस के संकट से निपटने का उपाय किया गया। इसे राष्ट्र के ‘सामूहिक संकल्प एवं एकजुटता’ के रूप में याद किया गया, तो आलोचक इसकी आलोचना करते रहे हैं। इस दिन की एक अन्य घटना भारतीय सिनेमा से जुड़ी है। हिंदी फिल्म जगत की खूबसूरत और प्रतिभाशाली अदाकारा दिव्या भारती की पांच अप्रैल 1993 को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
ये घटनाएं भी रहीं खास
- 1843 में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने हांगकांग को ब्रिटिश कॉलोनी में शामिल करने का ऐलान किया।
- 1908 में भारत के पहले दलित उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का जन्म।
- 1919 में आधुनिक भारतीय मर्चेंट शिपिंग की शुरुआत। सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी का 5,940 टन का पोत लिबर्टी अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुआ।
- 1930 में गांधी जी नमक कानून तोडऩे के लिए अपने अनुयायियों के साथ डांडी पहुंचे।
- 1949 में भारत स्काउट्स एंड गाइड्स की स्थापना।
- 1955 में विंस्टन चर्चिल ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
- 1961 में सरकार के प्रायोजन वाली पहली फार्मास्यूटिकल कंपनी इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड की स्थापना।
- 1964 में मर्चेंट नेवी के लिए देश में पहली बार नेशनल मेरिटाइम डे मनाया गया।
- 1979 में देश का पहला नौसेना संग्रहालय बंबई (अब मुम्बई) में खुला।
- 1999 में मलेशिया में हेंड्रा नामक वायरस से बचाव के लिए 8 लाख 30 हजार सुअरों को जान से मारने के अभियान की शुरुआत की गई।
- 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर देश के करोड़ों लोगों ने रात नौ बजे अपने घरों की तमाम बत्तियां बुझाकर मोमबती, दीए और मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जलाई और इस तरह कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता का प्रदर्शन किया।
- 2024 में अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी महानगर क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए।