उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बाघों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार देर शाम (16 जुलाई 2025) को पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में महज दो घंटे के भीतर बाघों ने तीन अलग-अलग हमले किए, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। एक किशोर ने अपनी जान बचाने के लिए बाघ से बहादुरी से मुकाबला किया। इन घटनाओं से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
दिल दहला देने वाली घटनाएं
- पहला हमला (शाम करीब 6 बजे): खेत में काम कर रही 50 वर्षीय महिला तृष्णा पर बाघ ने हमला कर दिया। ग्रामीणों के पहुंचने से पहले ही बाघ ने उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
- दूसरा हमला (शाम करीब 7:30 बजे): गांव में 25 वर्षीय नबीबुल हसन पर बाघ ने हमला कर दिया। नबीबुल खेत से घर लौट रहे थे जब बाघ ने उन पर झपट्टा मारा। ग्रामीणों ने शोर मचाकर उन्हें बचाया, लेकिन वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- तीसरा हमला (शाम करीब 8 बजे): मीना पर बाघ ने हमला किया। शोर मचाकर ग्रामीणों को अपनी ओर बुलाया। ग्रामीणों के आने पर बाघ जंगल की ओर भाग गया, लेकिन नीलेश भी हमले में घायल हो गया।
वन विभाग पर उठे सवाल
इन लगातार हमलों से ग्रामीणों में भारी गुस्सा और डर है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग बाघों को रिहायशी इलाकों में आने से रोकने में पूरी तरह विफल रहा है। आबादी वाले क्षेत्रों के पास बाघों की लगातार मौजूदगी से ग्रामीण अपने खेतों में काम करने से भी कतरा रहे हैं। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और बाघों की गतिविधियों पर नजर रख रही है, लेकिन लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है। इन घटनाओं के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।