नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। डीजीसीए ने एयरलाइन को इन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से ‘सभी भूमिकाओं’ से हटाने का निर्देश दिया है। यह कार्रवाई क्रू शेड्यूलिंग, नियमों के अनुपालन और आंतरिक जवाबदेही में ‘प्रणालीगत विफलता’ पाए जाने के बाद की गई है।
डीजीसीए के निर्देशों के अनुसार, एयर इंडिया को इन अधिकारियों के खिलाफ आंतरिक अनुशासनात्मक कार्यवाही भी बिना किसी देरी के शुरू करने को कहा गया है। इन अधिकारियों में एक वरिष्ठ फ्लाइट ऑपरेशंस अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन तीनों अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग से संबंधित सभी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से हटा दिया जाएगा।
यह कार्रवाई तब सामने आई है जब एयर इंडिया ने खुद ही पायलट लाइसेंसिंग, अनिवार्य आराम और हाल की उड़ान आवश्यकताओं से संबंधित गंभीर उल्लंघनों का खुलासा किया था। डीजीसीए ने इन उल्लंघनों को एयरलाइन की चालक दल प्रबंधन प्रणाली में एक ‘प्रणालीगत विफलता’ के रूप में देखा है। विशेष रूप से, 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की उड़ान AI-171 के दुखद दुर्घटना के बाद से डीजीसीए द्वारा एयरलाइन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, हालांकि इस कार्रवाई का सीधा संबंध उस दुर्घटना से अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है।
डीजीसीए ने चेतावनी दी है कि चालक दल के शेड्यूलिंग मानदंडों, लाइसेंसिंग या उड़ान समय सीमाओं के किसी भी भविष्य के उल्लंघन पर कड़े प्रवर्तन कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जुर्माना, लाइसेंस निलंबन या ऑपरेटर अनुमतियों की वापसी भी शामिल हो सकती है।
एयर इंडिया ने कहा है कि उन्होंने डीजीसीए के आदेश को स्वीकार कर लिया है और अनुपालन कर रहे हैं। अंतरिम में, कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर (IOCC) की सीधी निगरानी करेंगे। यह डीजीसीए की ओर से सुरक्षा मानदंडों और नियमों के पालन को लेकर एयरलाइंस पर कड़ाई का एक और संकेत है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहे।