भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के बाद, युवा कप्तान शुभमन गिल की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। गंभीर ने साफ़ तौर पर कहा कि जो लोग शुभमन गिल की प्रतिभा पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें क्रिकेट की समझ ही नहीं है। उनका यह बयान उन आलोचकों पर सीधा हमला था जो गिल के प्रदर्शन और कप्तानी को लेकर सवाल उठा रहे थे, खासकर सीरीज के शुरुआती मैचों में।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गौतम गंभीर ने कहा, “सबसे पहले तो शुभमन गिल की प्रतिभा पर कोई संदेह होना ही नहीं चाहिए। जिसे संदेह है, वह सिर्फ क्रिकेट की बातें करना जानता है, उसे क्रिकेट की समझ नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि कुछ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जमने में समय लगता है और ड्रेसिंग रूम में कोई भी गिल के प्रदर्शन से हैरान नहीं है, क्योंकि वे उनकी क्षमता को जानते हैं।
गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने चार शतक जड़े हैं। मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट में भी उन्होंने दबाव में शतक जड़कर टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला और मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। गंभीर ने इस बात पर जोर दिया कि गिल पर कप्तानी का कोई दबाव नहीं दिखता, और वह मैदान पर एक बल्लेबाज के रूप में ही उतरते हैं, कप्तान के रूप में नहीं।
गंभीर ने अपने बयान से उन पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों को भी निशाने पर लिया, जो गिल की कप्तानी और बल्लेबाजी फॉर्म पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीम मैनेजमेंट को हमेशा से गिल की प्रतिभा पर भरोसा था, भले ही उनका प्रदर्शन कभी-कभी उतार-चढ़ाव भरा रहा हो। गंभीर के इस तीखे बयान ने क्रिकेट जगत में नई बहस छेड़ दी है, जिसमें कुछ लोग गंभीर के समर्थन में हैं तो कुछ उन्हें अपनी प्रतिक्रियाओं में थोड़ा संयम बरतने की सलाह दे रहे हैं।