प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से शुरू हो रहे संसद सत्र के पहले कहा कि संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन गौरव मय है और यह वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद में यह शपथ हो रहा है। अब तक ये प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी। आज के इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नव निर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं, सबका अभिनंदन करता हूं और सबको शुभकामनाएं देता हूं। आज से दो दिन तक लोकसभा के सांसद पद की शपथ लेंगे। इसके बाद संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा, जिसके बाद पक्ष-विपक्ष में चर्चा होगी।
तीसरी बार सरकार यानि जनता की मुहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर हमारे देश के नागरिकों ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार पर भरोसा किया है, तो इसका मतलब है कि उन्होंने सरकार की नीतियों और नीयत पर मुहर लगाई है। मैं आप सभी के समर्थन और भरोसे के लिए आभारी हूं। सरकार चलाने के लिए बहुमत ज़रूरी है, लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति ज़रूरी है। मोदी ने कहा कि संसद का ये गठन भारत के सामान्य मानवी के संकल्पों की पूर्ति का है। नए उमंग नए उत्साह के साथ नई गति प्राप्त करने के लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। मोदी ने कहा कि श्रेष्ठ भारत के निर्माण और विकसित भारत के लक्ष्य के सारे सपने लेकर आज 18वीं लोकसभा का प्रारंभ हो रहा है। विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। लोकसभा चुनाव में करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया।