Friday, July 5, 2024
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गेम चेंजर रहा लोकसभा का ये सत्र,पीएम मोदी बोले-जमकर हुए रिफॉर्म्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को बजट सत्र और 17वी लोकसभा की आखिरी बैठक को सम्बोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है। 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया।एक प्रकार से आज का ये दिवस हम सबकी उन 5 वर्ष की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है। पीएम मोदी ने कहा कि ये पांच वर्ष…देश में रिफार्म,परफॉर्म,और ट्रांसफॉर्म के रहे हैं।

पीएम ने याद किया कोविड का दौर

पीएम मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया।कोविड के चुनौतीपूर्ण समय को याद करते हुए, मैं संसद सदस्यों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने जरूरत के समय बिना सोचे-समझे अपने विशेषाधिकार छोड़ने का फैसला किया।भारत के नागरिकों को प्रेरित करने के लिए माननीय सदस्यों ने अपने-अपने वेतन और भत्ते में 30% की कटौती करने का निर्णय लिया।

पीएम मोदी ने कहा कि नया संसद भवन हमारी विरासत और स्वतंत्रता की भावना को समाहित करता है जिसे हमने पहली बार 1947 में अनुभव किया था।पवित्र सेनगोल हमारी आने वाली पीढ़ियों को उन आदर्शों की याद दिलाएगा जिनका हम पालन करते हैं और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उन्हें प्रेरणा देते रहेंगे।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आदरणीय सभापति जी, देश को जो नया संसद भवन प्राप्त हुआ है, इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी की पहली पल को जीवंत रखने का… सेंगोल को स्थापित करने का काम किया।इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है। जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा।

सामान्य व्यक्ति के लिए खुले लाइब्रेरी के दरवाजे

पीएम ने कहा कि मैं ‘पेपरलेस संसद’ के संचालन के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग की शुरुआत करने के लिए अध्यक्ष का आभारी हूं।यह आपकी विशेषज्ञता और सम्मानित सदस्यों की इच्छा है जिसके परिणामस्वरूप 17वीं लोकसभा के दौरान 97% उत्पादकता रही है।संसद की लाइब्रेरी के दरवाजे आपने (सभापति जी) सामान्य व्यक्ति के लिए खोल दिए।ज्ञान का ये खजाना, परंपराओं की ये विरासत आपने जनसामान्य के लिए खोल कर बहुत बड़ी सेवा की है। इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं।

इस कार्यकाल में हुए बहुत रिफॉर्म्स

पीएम मोदी ने कहा की मुझे विश्वास है कि जैसे ही हम 17वीं लोकसभा का समापन करेंगे, हम 100% से अधिक उत्पादकता हासिल करने के संकल्प के साथ 18वीं लोकसभा में प्रवेश करेंगे।इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए हैं।21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है।बदलाव की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है और सदन के सभी साथियों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है।

गेम चेंजर रहा ये सत्र

पीएम ने कहा कि यह सत्र गेम चेंजर रहा!21वीं सदी के भारत की नींव रखते हुए विभिन्न सुधार लागू किए गए हैं। भारत अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ा है।मैं यह बात अत्यंत संतुष्टि के साथ कह सकता हूं कि जिन बदलावों का पिछली पीढ़ियों ने लंबे समय से इंतजार किया था, वे 17वीं लोकसभा के दौरान साकार हुए हैं।अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था…लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी।
लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ।पहले आतंकवाद नासुर बन कर देश के सीने पर गोलियां चलाते रहता था। मां भारती की धरा आए दिन रक्तरंजित हो जाती थी। देश के अनेक वीर आतंकवाद के कारण बलि चढ़ जाते थे।

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