अमेरिका ने पिछले 2021 के चुनाव नतीजों के बाद वाशिंगटन की सडक़ों पर हिंसा फैलाते तस्वीरें देखी थीं, जो कि तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए बदनामी का कारण बनी थीं। लेकिन अब समय बदल चुका है। 13 जुलाई को उनकी एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह तस्वीर आइकॉनिक बन गई है। दरअसल पेंसिल्वेनिया के बटलर में रैली के दौरान ट्रंप की सभा में गोलीबारी हुई थी। निशाने ट्रंप थे और एक गोली उनके कान को छूते हुए निकली। तब सुरक्षा एजेंसियां उन्हें सुरक्षित बाहर ले जा रही थीं। इसी दौरान ट्रंप ने गर्व से तनी मुट्ठी दिखाई और उनका चेहरे पर खून लगा हुआ था। यह बात उनके समर्थकों को भा गई। यही नहीं ये तस्वीर 24 घंटे से ज्यादा समय तक पूरी दुनिया में छाई रही। इस तस्वीर को एसोसिएटेड प्रेस के मुख्य फोटोग्राफर इवान वुची ने क्लिक किया था।
जान जोखिम में डालकर किया क्लिक
वुची ने कहा कि उन्हें पता था कि ये तस्वीर अमेरिका के इतिहास का दस्तावेज बनेगी। वुची ने पत्रकारिता धर्म का पालन करते हुए गोलीबारी के बीच यह तस्वीर खींची, तब चीख-पुकार और अराजकता की स्थिति थी। लेकिन उन्होंने बिना डरे अपनी पोजिशन ली और कई तस्वीरी खींच लीं।
गर्व से तनी मुट्ठी और चेहरे पर खून
गोलीबारी की घटना से राष्ट्रपति जो बाइडेन रक्षात्मक मुद्रा में हैं। वे कह रहे हैं कि ट्रंप से बात की है और वे ठीक हैं। लोग अपने स्तर पर कयास न लगाएं। लेकिन जो घटना होनी थी, वह तो हो चुकी। जाहिर सी बात है कि ट्रंप अपने चुनाव प्रचार में इसी तस्वीर का उपयोग करेंगे। इससे उनकी छवि एक निडर और मजबूत नेता के तौर पर उभरेगी। उनके बेटे एरिक ट्रंप ने भी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि वो फाइटर, जिसकी अमेरिका को जरूरत है। जाहिर से बात है कि ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप खुद को मजबूत और बाइडेन को कमजोर नेता बताने का प्रयास करेंगे।