जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों के मारे जाने पर देशभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने इसे इजरायल की तर्ज पर हुआ हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि कहा कि यह भारत के लिए पुलवामा-2 हमला है। यह महज संयोग नहीं है कि दो दिन पहले असीम मुनीर (पाकिस्तानी सेना प्रमुख) ने बेतुकी बातें कहीं और फिर ऐसा हमला हुआ जिसमें पर्यटकों का धर्म पूछा गया। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिक्रिया उचित होनी चाहिए, कुछ-कुछ वैसा ही जैसा इजरायल ने किया। यह आतंकी हमला पाकिस्तानी सेना ने किया है। उन्होंने कहा कि मैं कहता रहा हूं कि ये पाकिस्तानी सेना के एसएसजी (स्पेशल सर्विस ग्रुप) कमांडो हैं जो आतंकवादियों के भेष में हैं। यह एक सुनियोजित हमला था।
पीओके में विद्रोह करें और आजाद हों
पूर्व डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान को सावधान रहना चाहिए! मैं बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और पीओके के सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे पाकिस्तानी सेना की आतंकी कार्रवाइयों के खिलाफ विद्रोह करें और आजादी की घोषणा करें। उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तानी सेना की कमर तोड़ देनी चाहिए और पाकिस्तान को चार टुकड़ों में तोड़ देना चाहिए। यह सब असीम मुनीर के आदेश पर हो रहा है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख स्थिति को और बिगाडऩा चाहते हैं।
यह बोले थे पाकिस्तानी सेना प्रमुख
पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर के बयानों के बाद सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। असीम मुनीर ने कश्मीर के संदर्भ में कुछ बयान दिए हैं, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी सेना की तैयारी और प्रतिक्रिया की बात कही। असीम मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की शाह रग बताया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के संघर्ष का समर्थन करता रहेगा। असीम मुनीर ने दो राष्ट्र सिद्धांत का भी उल्लेख किया है, जो पाकिस्तान के निर्माण का आधार था। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी लोगों को अपनी आने वाली पीढिय़ों को यह बताना चाहिए कि वे”हर तरह से हिंदुओं से अलग हैं। भारत ने इन बयानों को भडक़ाऊ” और गैर-जिम्मेदाराना बताया था।