मुकेश अम्बानी के नेतृत्व वाली रिलायंस बड़ा दांव खेलने जा रही है। मुकेश अंबानी के खेमे में किशोर बियानी के फ्यूचर समूह की कंपनी फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस आ सकती है। दरअसल, फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के लेंडर्स को रिलायंस रिटेल बेंचर्स की बोलियों पर विचार करने के लिए वक्त मिल गया है। एनसीएलटी ने 45 दिन का वक्त दिया है। आपको बता दें कि रिलायंस रिटेल बेंचर्स के अलावा तत्काल लोन इंडिया ने भी फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के लिए बोली लगाई थी।
समाधान पेशेवर राजन रावत ने अपने वकील के माध्यम से एनसीएलटी से 45 दिन के विस्तार की मांग की थी। रावत ने तर्क दिया था कि दो संभावित समाधान आवेदकों ने अपनी बोलियां जमा कर दी हैं और हम प्रस्ताव के मूल्य को बढ़ाने के लिए बोलीदाताओं के साथ पहले से ही बातचीत कर रहे हैं। आपको बता दें कि रिलायंस रिटेल बेंचर्स और तत्काल लोन इंडिया के अलावा वन सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्लोब इकोलॉजिस्टिक्स, ट्रक्स लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस और सुगना मेटल्स ने दिवालियापन प्रक्रिया के माध्यम से कंपनी का अधिग्रहण करने में रुचि व्यक्त की थी।
कंपनी पर इतना है बकाया
पिछले साल 5 जनवरी को फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के लेंडर डीएचएल ई-कॉमर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दायर एक आवेदन के बाद दिवाला प्रक्रिया शुरू की गई थी। कंपनी ने लगभग 7.26 करोड़ रुपये के बकाया पर चूक की थी। कंपनी पर कुल 885 करोड़ रुपये की स्वीकृत देनदारियां हैं। दिवालिया कंपनी के प्रमुख लेनदारों में अजीम प्रेमजी ट्रस्ट (274 करोड़ रुपये), डीएफसी फर्स्ट बैंक (158 करोड़ रुपये), जैसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन (63 करोड़ रुपये) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (45 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
शेयर का हाल
बता दें कि फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के शेयर की कीमत 8.15 रुपये थी। यह शेपर के 52 हफ्ते का निचला स्तर है। शेयर ने पिछले साल मार्च महीने में 18.20 रुपये के स्तर को टच किया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई भी है।