प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के गया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने घुसपैठियों की बढ़ती संख्या और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर इन दलों की आलोचना की।
‘डेमोग्राफी मिशन’ की शुरुआत
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने यह सुनिश्चित करने का फैसला किया है कि देश का भविष्य घुसपैठियों द्वारा तय नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “बिहार के युवाओं का भविष्य घुसपैठियों को बर्बाद करने नहीं देंगे।” इस खतरे से निपटने के लिए उन्होंने ‘डेमोग्राफी मिशन’ शुरू करने का संकल्प लिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है, क्योंकि इससे वहां की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और राजद जैसे दल वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए बिहार के गरीबों का हक छीनकर घुसपैठियों को देना चाहते हैं। उन्होंने बिहार के लोगों से अपील की कि वे राजद और कांग्रेस की “बुरी नजर” से राज्य को बचाएं।
भ्रष्टाचार पर तीखा हमला
पीएम मोदी ने अपनी सरकार को भ्रष्टाचार मुक्त बताया और कहा कि पिछले 65 वर्षों में कांग्रेस ने भारी भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने राजद पर भी हमला करते हुए कहा कि बिहार में “बच्चा-बच्चा” उनके भ्रष्टाचार को जानता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में रहते हुए भी फाइलों पर दस्तखत किए जा रहे थे और सरकारी आदेश निकाले जा रहे थे, जिसे उन्होंने संविधान की मर्यादा का उल्लंघन बताया।
उन्होंने एक नए कानून का जिक्र किया, जिसके तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को भी भ्रष्टाचार के आरोपों के दायरे में लाया गया है। इस कानून के मुताबिक, अगर किसी के खिलाफ शिकायत मिलती है, तो उसे 30 दिन के अंदर जमानत लेनी होगी, वरना उसे अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इसी वजह से कांग्रेस, राजद और वामदल इस कानून का विरोध कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग “पापी” होते हैं, वही अपने पापों को छिपाते हैं। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के कई नेता या तो जमानत पर बाहर हैं या अदालत के चक्कर काट रहे हैं, इसलिए वे इस कानून का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये नेता “सत्ता के भूखे” हैं और जेल से भी सत्ता का सुख भोगना चाहते हैं, जो कि राजेंद्र प्रसाद और बाबा साहेब अंबेडकर की सोच के खिलाफ है।