उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वाराणसी में बिरसा मुंडा पर आयोजित एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन करने के बाद कांवड़ यात्रा पर जुबानी प्रहार करने वाले और माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले तत्वों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो लोग भगवा गमछा पहनकर या ‘अल्लाह हू अकबर’ बोलकर आगजनी और हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, वे ‘लातों के भूत बातों से नहीं मानते’ और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था का प्रतीक है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इसे बदनाम करने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में सामने आई ऐसी घटनाओं का जिक्र किया जहां कुछ उपद्रवियों ने धार्मिक वेशभूषा में आकर या विशेष नारों का उपयोग कर हिंसा भड़काने का प्रयास किया।
सीएम योगी ने चेतावनी देते हुए कहा, “जो लोग कांवड़ यात्रा की आड़ में दंगा फसाद फैलाने की कोशिश करेंगे, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसे लोग लातों के भूत होते हैं, जो बातों से नहीं मानते।” उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे हर व्यक्ति की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि कानून-व्यवस्था से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा और शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करती है, लेकिन किसी को भी धर्म की आड़ में अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सीएम योगी के इस बयान से साफ है कि उनकी सरकार कांवड़ यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी प्रकार की धार्मिक उन्माद या हिंसा फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी।