हरियाणा में एक अक्टूबर को वोटिंग होनी है। करीब एक माह का समय अब चुनाव प्रचार के लिए रह गया है। ऐसे में सीएम नायब सिंह और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कमान संभाल ली है। सीएम नायब सिंह ने जम्मू-कश्मीर में गठबंधन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के वीर जवानों ने न केवल देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर शहादत दी है, बल्कि पत्थर भी झेले हैं। प्रदेश की जनता व सैनिक परिवार हुड्डा, शैलजा, सुरजेवाला और कांग्रेस के नेताओं से पूछना चाहती है कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है, उसका समर्थन करते हैं या नहीं? उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस अपनी सहयोगी पार्टी के जम्मू-कश्मीर में अलग झंडे का समर्थन करती है? उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे 2 महीने के कार्यकाल का हिसाब सुनकर आज तक हुड्डा और कांग्रेस के नेताओं का कोई जवाब नहीं आया है। हमारे 10 साल का हिसाब सुनना तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगा उनका पेट खराब हो जाएगा।
निशाने पर हुड्डा, शैलजा व सुरजेवाला
नायब सिंह ने कहा कि हुड्डा, शैलजा व सुरजेवाला अपने नेता राहुल गांधी से पूछकर बताएं कि क्या जम्मू व कश्मीर में धारा 370 व आर्टिकल 35ए को लेकर नेशनल कांफ्रेंस की मंशा का कांग्रेस समर्थन करती है? क्या हुड्डा, शैलजा, सुरजेवाला व कांग्रेस के अन्य नेता जम्मू-कश्मीर की नेशनल कांफ्रेंस के आतंकवादी व पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों की नौकरियों को दोबारा बहाल करने के वायदे का समर्थन करते हैं ? राहुल गांधी, हुड्डा, शैलजा, सुरजेवाला कांग्रेस के केंद्रीय व प्रदेश के नेताओं से हरियाणा की जनता जानना चाहती है कि क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के वायदे दलितों, गुज्जर, बकरवाल व पहडिय़ों के आरक्षण को खत्म करने का समर्थन करती है ?
हार मान चुकी है भाजपा : हुड्डा
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जिस तरह बीजेपी चुनाव की तारीखों को टालने की मांग कर रही है, उससे स्पष्ट है कि वह मतदान से पहले ही हार मान चुकी है। अगर बीजेपी को छुट्टियों को लेकर कोई चिंता थी तो उसे वोटिंग पोस्टपोन की बजाय वोटिंग प्रीपोन करने की अर्जी चुनाव आयोग के सामने लगानी चाहिए थी। बीजेपी मतदान तिथि प्रीपोन कराने की मांग करती तो कांग्रेस भी इसका जरूर समर्थन करती।