राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं यह नियम बनाता हूँ कि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जिसे इस राष्ट्र की विकास यात्रा में भाग लेने का पूरा संवैधानिक अधिकार है। इसकी साख बेदाग है और इसमें ऐसे लोग शामिल हैं जो निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आरएसएस राष्ट्रीय कल्याण, हमारी संस्कृति के लिए योगदान दे रहा है। हर किसी को संगठन पर गर्व होना चाहिए। उनके बयान के बाद विपक्षी सांसदों ने हंगामा कर दिया।
आरएसएस पर बनाया नियम तो हुआ बवाल.. राज्यसभा में यह बोले सभापति जगदीप धनखड़
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