महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद माहौल काफी बदल गया है। एक तरह जहां महायुति के हौसले बुलंद हैं तो एमवीए में शामिल दल बिखराव की ओर हैं। खास तौर पर शरद पवार और उद्धव ठाकरे के गुट में भगदड़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को बार-बार झटके पर झटके लग रहे हैं। अब पार्टी कोंकण क्षेत्र में अपना किला बचाने में जुटी हुई है। क्षेत्र में पार्टी के अंदर मची खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रही है। उद्धव सेना के पूर्व विधायक राजन साल्वी के बाद मौजूदा विधायक भास्कर जाधव भी पार्टी हाईकमान से नाराज बताए जा रहे हैं। भास्कर जाधव कोंकण क्षेत्र में अपनी पार्टी का एकमात्र चेहरे हैं। माना जा रहा है कि वह भी जल्द ही शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। वहीं उद्धव ठाकरे भी इससे अनजान नहीं हैं। यही वजह है कि उन्होंने आनन-फानन में आज बड़ी बैठक बुलाई है।
राजन साल्वी दे चुके उद्धव को झटका
13 फरवरी को रत्नागिरी जिले के पूर्व विधायक राजन साल्वी ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया। पार्टी अब उनके नजदीकी नेताओं पर कार्रवाई कर रही है। रत्नागिरी सह संपर्क प्रमुख राजेंद्र महाडिक, जिला प्रमुख विलास चालके और चिपलून संगमेश्वर विधानसभा प्रमुख रोहन बने को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निकाल दिया गया है। बताया जाता है कि ये नेता राजन साल्वी के समर्थक थे।
एक और झटका देने की तैयारी
भास्कर जाधव पार्टी के करीबियों का कहना है कि पार्टी उन्हें नजरअंदाज कर रही है। पार्टी में न तो उपयुक्त पद दिया जा रहा है और न ही काम। ऐसे में भास्कर जाधव का अगला कदम क्या होगा, ये बड़ा सवाल है। भास्कर जाधव कह चुके हैं कि मुझे सही अवसर नहीं मिला। आज मैं बूढ़ा हो रहा हूं। सही समय पर अवसर मिला होता तो महाराष्ट्र इस भास्कर को उसके नाम के अनुरूप देख पाता। मैं ऐसी स्थिति में आ गया हूं, जहां जिनके दांत हैं उनके पास चने नहीं हैं और जिनके पास चने हैं, उनके पास दांत नहीं हैं।
उद्धव ठाकरे ने बुलाई बड़ी बैठक
शिवसेना (यूबीटी) ने कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी में डैमेज कंट्रोल करने के लिए रविवार शाम को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। ऐसे में इस मुद्दे पर चर्चा होने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर भास्कर जाधव की नाराजगी दूर नहीं हुई तो कोंकण से यह पार्टी पूरी तरह से साफ हो जाएगी। भास्कर जाधव ही कोंकण क्षेत्र में उद्धव गुट के एकमात्र विधायक हैं।