प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने WAVES 2025-विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज 1 मई है। आज से 112 साल पहले 3 मई 1913, भारत में पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज हुई थी। इसके निर्माता दादासाहब फाल्के जी थे और कल ही उनकी जन्म जयंती थी। एक सदी में भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में सफलता पाई है। हर कहानी भारतीय संस्कृति की आवाज बनकर दुनिया के करोड़ों लोगों के दिलों में उतरी है। मोदी ने कहा कि भारत की हर गली में एक कहानी है, हर पर्वत एक गीत है, हर नदी कुछ न कुछ गुनगुनाती है। भारत के 6 लाख से ज्यादा गांवों में जाएंगे तो हर गांव का अपना एक फोल्क है, कहानी कहने का अपना एक खास अंदाज है। यहां अलग-अलग समाजों ने लोक कथाओं के माध्यम से अपने इतिहास को अगली पीढ़ी तक पहुंचाया है। हमारे यहां संगीत भी एक साधना है। भजन हों, गजलें हों, क्लासिकल हों या कंटेम्परेरी हर सुर में एक कहानी है, हर ताल में एक आत्मा है।
जीवन की शुरूआत लोरी से
पीएम मोदी ने कहा कि हम देखते हैं कि छोटे बच्चे के जीवन की शुरूआत, बालक पैदा होता है तब से मां से उसका संबंध भी लोरी से शुरू होता है। मां से ही वे पहला स्वर सुनता है। उसको पहला स्वर संगीत से समझ आता है। एक मां, जो एक बच्चे के सपने को बुनती है वैसे ही क्रिएटिव वल्र्ड के लोग एक युग के सपनों को पिरोते हैं। इस कार्यक्रम का मकसद ऐसे ही लोगों को एक साथ लाने का है।”
ग्लोबल इको-सिस्टम की नींव रखी जा रही
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज यहां मुंबई में 100 से अधिक देशों से आर्टिस्ट, इनोवेटर्स, निवेशक और नीति निर्माता एक साथ, एक ही छत के नीचे एकत्रित हुए हैं। एक तरह से आज यहां ग्लोबल टैलेंट और ग्लोबल क्रिएटिविटी के एक ग्लोबल इको-सिस्टम की नींव रखी जा रही है। यह वाकई एक वेव है।