देश के बड़े हिस्से में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार, 28 जुलाई 2025 को जारी अपने ताजा पूर्वानुमान में कई राज्यों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी क्षेत्रों में नदियों के उफान पर आने का खतरा बढ़ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की सक्रियता अगले 72 घंटों तक चरम पर रहेगी। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित हिमालयी राज्यों में मूसलाधार बारिश का अनुमान है। इन क्षेत्रों में लगातार वर्षा से भूस्खलन, अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) और बादल फटने जैसी घटनाएं सामने आ सकती हैं। चारधाम यात्रा पर भी इसका असर पड़ने की आशंका है, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सतर्क रहने और मौसम की जानकारी के बिना यात्रा न करने की सलाह दी है।
मैदानी इलाकों की बात करें तो उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान के पूर्वी हिस्से, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश की चेतावनी है। गंगा, यमुना, नर्मदा और अन्य प्रमुख नदियां उफान पर आ सकती हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जल संसाधन विभाग ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में भी अगले दो दिनों तक तेज बारिश का अनुमान है, जिससे जलभराव और यातायात बाधित होने की समस्या हो सकती है। नगर निगमों को जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त रखने के आदेश दिए गए हैं।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को लेकर आवश्यक उपाय करें। आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। मौसम विभाग ने आम जनता से भी अनावश्यक यात्रा से बचने और सतर्क रहने की अपील की है।