रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुजरात के भुज पहुंचे और भुज वायुसेना स्टेशन पर साहसी वायु योद्धाओं के साथ बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। वे स्मृतिवन भी गए जहां एक स्मारक और संग्रहालय जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2001 के भूकंप में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि के रूप में की थी। जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यह वो सिंदूर है जो श्रृंगार का नहीं बल्कि शौर्य और संकल्प का प्रतीक है। यह सिंदूर खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने आतंकवाद के माथे पर खींच दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ एक ट्रेलर मात्र था। जब सही समय आएगा, हम पूरी पिक्चर भी दुनिया को दिखाएंगे।
आईएएफ का पैसा आतंक में खर्च करेगा पाकिस्तान
राजनाथ सिंह ने भुज एयर बेस पर कहा कि आपने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी बुनियादी ढांचे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है लेकिन पाकिस्तान इस कोशिश में लग गया है कि ध्वस्त हुए आतंकी ढांचे को फिर से खड़ा किया जाए। मेरा मानना है कि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से प्राप्त धन का एक बड़ा हिस्सा अपने देश में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर खर्च करेगा। भारत चाहता है कि आईएमएफ पाकिस्तान को दिए जाने वाले वित्त पोषण पर पुनर्विचार करे।
पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा
उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान में आतंकवाद और वहां की सरकार का चोली-दामन का संबंध है। इस परिस्थिति में यदि वहां परमाणु अस्त्र और अटॉमिक वेपन रहते हैं तो इस बात की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है कि कभी वह आतंकवादी तत्वों के हाथों में चले जाएं। यह केवल भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए और पाकिस्तान की आम जनता के लिए भी एक गंभीर खतरे की बात होगी। सारे विश्व और खासकर पाकिस्तान की आवाम को यह समझना होगा कि वह कितने बड़ खतरे के मुहाने पर बैठे हैं। इस हालात के लिए पाकिस्तान की फौज को यह संदेश देना चाहूंगा, कागज का है लिबाज, चिरागों का शहर है, चलना संभल-संभल कर क्योंकि तुम नशे में हो।
भारतीय वायुसेना के लिए 23 मिनट काफी थे..
राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का नाम हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो किया, उस पर सभी भारतीयों को गर्व है। पाकिस्तानी धरती पर आतंक के अजगर को कुचलने के लिए भारतीय वायुसेना के लिए 23 मिनट काफी थे। आपने दुश्मन की धरती पर मिसाइलें गिराईं, उन मिसाइलों की गूंज सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं थी, पूरी दुनिया ने सुनी। वह गूंज आपके शौर्य और पराक्रम की थी। यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुंच पाकिस्तान के हर कोने तक है और यह बात पूरी तरह से साबित हो चुकी है। आज स्थिति यह है कि भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक सीधा प्रहार करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर मौजूद 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। बाद में की गई कार्रवाई में उनके अनेक एयरबेस भी तबाह कर दिए। आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का संदेश पूरी दुनिया तक इस बार पहुंचा दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं आज आपके बीच में आपका अभिनंदन करने के लिए आया हूं। ऑपरेशन सिंदूर में सचमुच में आप लोगों ने करिश्माई काम किया है और भारत का मस्तक आपने सारी दुनिया में ऊंचा किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो हमारे सैनिक अथवा हमारे नागरिक शहीद हुए हैं, मैं सबको नमन करता हूं। जो हमारे बहादुर जवान घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की मैं ईश्वर से कामना करता हूं।