अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने फटाफट क्रिकेट यानी टी20 प्रारूप को और अधिक रोमांचक बनाने के लिए अपनी प्लेइंग कंडीशन में एक अहम बदलाव किया है। यह बदलाव मुख्य रूप से बारिश या किसी अन्य कारण से कम किए गए ओवरों के मैचों में पावरप्ले की अवधि को लेकर है। नए नियम 1 जुलाई, 2025 से प्रभावी होंगे, और इनसे खेल में अधिक संतुलन और रोमांच आने की उम्मीद है।
पहले, यदि कोई टी20 मैच छोटा किया जाता था, तो पावरप्ले के ओवरों को निकटतम पूर्ण ओवर तक पूर्णांकित किया जाता था। उदाहरण के लिए, यदि कोई पारी आठ ओवर की होती थी, तो पावरप्ले दो ओवर का ही रहता था। लेकिन, अब आईसीसी ने इस नियम में बदलाव करते हुए इसे ‘निकटतम गेंद’ (nearest ball) तक निर्धारित कर दिया है, जिससे पावरप्ले की अवधि मैच के कुल ओवरों के अनुपात में बनी रहेगी।
कैसे बदलेगा पावरप्ले का गणित?
नए नियम के अनुसार, 20 ओवर के पूरे मैच में पावरप्ले पहले की तरह ही 6 ओवर का रहेगा। हालांकि, यदि मैच छोटा किया जाता है तो पावरप्ले का गणित बदल जाएगा:
- 8 ओवर के मैच में: अब 2.2 ओवर का पावरप्ले होगा (यानी 2 ओवर और 2 गेंदें)।
- 9 ओवर के मैच में: 2.4 ओवर का पावरप्ले होगा।
- 10 ओवर के मैच में: 3 ओवर का पावरप्ले होगा।
- 15 ओवर के मैच में: 4.3 ओवर का पावरप्ले होगा।
- 19 ओवर के मैच में: 5.4 ओवर का पावरप्ले होगा।
आईसीसी का लक्ष्य है कि पावरप्ले हमेशा कुल ओवरों के लगभग 30% के अनुपात में रहे, जिससे बल्लेबाजों को फील्ड प्रतिबंधों का लाभ उठाने का अधिक न्यायसंगत अवसर मिले। यह बदलाव इंग्लैंड के टी20 ब्लास्ट जैसे घरेलू टूर्नामेंट में पहले से ही सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। यह नया नियम टी20 क्रिकेट में निर्णय लेने में अधिक सटीकता और निष्पक्षता लाएगा, जिससे कम ओवरों के मैचों में भी बल्लेबाजों को शुरुआती फायदा उठाने का मौका मिल सकेगा और दर्शकों के लिए खेल का रोमांच दोगुना हो जाएगा।