चक्रवात दाना का खतरा भारत की ओर बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी में तैयार हुआ यह चक्रवात ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर ज्यादा असर करेगा। पंजाब के भिटंडा से एनडीआरएफ की सातवीं बटालियन की पांच टीमें निकासी और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपकरणों के साथ भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंची हैं और विभिन्न जिलों के लिए रवाना हो गई हैं।
25-26 अक्टूबर को ज्यादा बारिश की संभावना
ओडिशा के भद्रक डीएम दिलीप राउतराय ने कहा कि जिला प्रशासन इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह कहां लैंडफॉल करेगा। आईएमडी का पूर्वानुमान है कि यह पुरी से लेकर पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तक कहीं भी लैंडफॉल करेगा। 24 अक्टूबर से बारिश शुरू होगी। 25-26 अक्टूबर को ज्यादा बारिश की संभावना है। खाद्य पदार्थों की आपूर्ति या राहत शिविर सभी तैयार हैं। हमने 105 चक्रवात आश्रयों और लगभग 598 स्कूलों को अस्थायी आश्रयों के लिए तैयार रखा है।
संवेदनशील इलाकों को जोन में बांटा गया
ओडिशा सरकार में मंत्री सूर्यबंशी सूरज ने चक्रवात दाना पर कहा कि हम 0 प्रतिशत कैजुअल्टी और 100 प्रतिशत सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। जो इलाके संवेदनशील हैं उन्हें जोन में बांटा गया है। हर जोन में जोनल और सब-जोनल अधिकारी तैनात किए हैं। आज पूरे जिले के निर्वाचित प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की और यह सफल रही। सरकार पूरी तरह से तैयार है। मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्रा ने कहा कि लोगों को कच्चे घरों से निकालकर राहत शिविर में स्थानांतरित किया जाएगा और उनके लिए हर व्यवस्था की जाएगी, गर्भवती महिलाओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।
5 टीमों में कुल 152 जवान
7वीं बटालियन एनडीआरएफ भटिंडा के सहायक कमांडेंट पंकज शर्मा ने कहा कि 5 टीमें हैं, जिसमें कुल 152 जवान हैं। टीमों को 5 जिलों में तैनात किया जाएगा। हमारे पास चक्रवात बचाव अभियान और बाढ़ बचाव अभियान के लिए आवश्यक उपकरण हैं। हमारा मुख्य कार्य बचाव, निकासी और राहत सामग्री वितरित करने में जिला प्रशासन की मदद करना है।
पश्चिम बंगाल में 65 संवेदनशील बिंदु, 17 सबसे ज्यादा संवेदनशील
पश्चिम बंगाल के काकद्वीप एडीओ मधुसूदन मंडल ने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं। सिविल डिफेंस टीम को पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है। हमारा कंट्रोल रूम तैयार है। हमने संवेदनशील जगहों को चिह्नित किया है। कुल 65 संवेदनशील बिंदु हैं, जिनमें से 17 सबसे संवेदनशील हैं। बीडीओ और उनकी टीमें तैयार हैं।