प्रयागराज महाकुंभ शुरू हो चुका है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम यहां पर शुरू हो चुका है। महाकुंभ में करीब 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। आबादी के लिहाज से देखें तो इस दौरान कुंभ दुनिया का तीसरा बड़ा देश होगा। इसकी आबादी पाकिस्तान से करीब दोगुना और अमेरिका से करीब 6 करोड़ ज्यादा होगी।
महाकुंभ के लिए 6382 करोड़ रुपए खर्च
खास बात यह है कि महाकुंभ के लिए सरकार 6382 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। जबकि राम मंदिर के लिए खर्च 1800 करोड़ रुपए आया था। यह यानी महाकुंभ में साढ़े तीन तीन गुना अधिक खर्च होंगे। वहीं गुजरात में स्टैचू ऑफ यूनिटी के लिए 2989 करोड़ रुपए खर्च हुए थे तो वहीं कुंभ में इसे दोगुना खर्च हो रहा है। इसके साथ ही नए संसद भवन में 1200 करोड़ रुपए खर्च हुए थे जबकि कुंभ में 5 गुना ज्यादा खर्च हो रहा है।
महाकुंभ में यह भी है खास
- प्रयागराज महाकुंभ में दुनिया की 5 प्रतिशत आबादी साक्षी बनेगी।
- महाकुंभ में करीब 12 लाख लोग कल्पवास करेंगे।
- 4000 हेक्टेयर में टेंट सिटी का निर्माण किया गया है जिसमें करीब 1.6 लाख टेंट लगाए गए हैं।
- 12.5 किलोमीटर में घाट हैं। 400 किलोमीटर लंबी अस्थाई सडक़ें और पैदल रास्ते भी बनाए गए हैं
- महाकुंभ में मुख्य अमृत स्नान यानी शाही स्नान मौनी अमावस्या को 29 जनवरी को होगा।
- इससे एक दिन पहले और एक दिन बाद तक करीब 6.50 करोड़ श्रद्धालुओं के महाकुंभ आने का अनुमान है।
- यह आबादी 41 देश से ज्यादा होगी।