सफलता के लिए कई बार लोगो को सालो तक इंतजार करना पड़ता है। कुछ लोग वक्त के पहिये से हार जाते हैं तो कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो विपरीत वक्त में परिणाम ही बदल देते हैं। ऐसी ही कहानी है सर्जना यादव की जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में कई बार असफल होकर भी हार नहीं मानी और आखिरकार अफसर बनकर ही दम लिया।
कौन है सर्जना यादव ?
सर्जना यादव दिल्ली की मूल निवासी हैं। वह दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) से बीटेक ग्रेजुएट हैं। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सर्जना यादव ने ट्राई में एक शोध अधिकारी के रूप में काम करना शुरू किया। भले ही सर्जना नौकरी कर रही थी, लेकिन उसने यूपीएससी परीक्षा पास करने और आईएएस अधिकारी बनने की ठान ली थी।
16-16 घंटे की पढ़ाई
आईएएस अधिकारी सर्जना ने अपने ऑफिस के साथ-साथ तैयारी भी शुरू कर दी। कई उम्मीदवार यूपीएससी के विशाल पाठ्यक्रम को कवर करने के लिए परीक्षा की तैयारी में 16-18 घंटे तक का समय लगाते हैं। सर्जना 2017 में पहली बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुईं, लेकिन परीक्षा पास नहीं कर सकीं।
फिर मिली सफलता
लेकिन, इससे उनका हौसला नहीं टूटा और उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी। वह 2018 में दूसरी बार परीक्षा में बैठीं लेकिन इस बार भी असफल रहीं। 2018 में सर्जना ने नौकरी छोड़कर पूरा ध्यान अपनी तैयारी पर लगाने का फैसला किया। आखिरकार उन्होंने 2019 में अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली, वह भी बिना किसी कोचिंग के। उन्होंने अखिल भारतीय रैंक 126 हासिल की।