More
    HomeHindi Newsमासूम को लेकर दौड़ता रहा सैनिक का परिवार, एक एंबुलेंस न मिली…...

    मासूम को लेकर दौड़ता रहा सैनिक का परिवार, एक एंबुलेंस न मिली… मौत ने सीएम धामी को झकझोर दिया

    उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में चिकित्सा सुविधाओं की घोर लापरवाही का एक हृदय विदारक मामला सामने आया है, जहां डेढ़ साल के एक मासूम बच्चे की सही समय पर इलाज न मिलने और एंबुलेंस की अनुपलब्धता के कारण मौत हो गई। इस घटना ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी झकझोर कर रख दिया है और उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।

    चमोली जिले के चिडंगा गांव के निवासी दिनेश चंद्र भारतीय सेना में जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। उनके डेढ़ साल के बेटे शुभांशु जोशी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्चे की मां उसे लेकर पहले उसे लेकर ग्वालदम अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां इलाज नहीं मिल सका। बच्चे को लेकर कुमाऊं मंडल के बैजनाथ अस्पताल गए, जहां से बागेश्वर रेफर कर दिया गया। भागे-भागे बागेश्वर जिला अस्पताल पहुंचे तब तक बच्चे की तबीयत गंभीर हो गई थी और डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। हल्द्वानी जाने के लिए एंबुलेंस की तलाश शुरू हुई। काफी कोशिश के बाद भी 108 एंबुलेंस उन्हें न मिल सकी। बच्चे की हालत नाजुक थी और उसे बेहतर इलाज की जरूरत थी।

    इसके बाद जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। बच्चे को हल्द्वानी ले जाने के लिए परिवार ने कई बार एंबुलेंस के लिए गुहार लगाई, लेकिन कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। हताश मां अपने मासूम बच्चे को गोद में लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के बीच भटकती रही। घंटों तक मदद न मिलने के कारण, बच्चे की हालत लगातार बिगड़ती गई और अंततः उसने दम तोड़ दिया।

    इस घटना की खबर जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंची, तो वे बेहद आहत हुए। उन्होंने इसे चिकित्सा व्यवस्था में गंभीर चूक मानते हुए तत्काल उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद और अस्वीकार्य है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।”

    यह घटना उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और एंबुलेंस जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी को उजागर करती है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने और एंबुलेंस सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इस मासूम की मौत ने एक बार फिर पर्वतीय क्षेत्रों में जीवन-रक्षक सेवाओं की कमी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments