प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद उन्होंने ‘कांग्रेसी सोच’ से देश को मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार की प्रेरणा किसी राज्य में सीटों की संख्या नहीं, बल्कि ‘राष्ट्र को प्राथमिकता’ देने की भावना है।
नवरात्रि, जीएसटी और विकास परियोजनाओं का जिक्र
पीएम मोदी ने अरुणाचल दौरे को तीन कारणों से खास बताया:
- नवरात्रि का पर्व: उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि के दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है, जो पर्वतराज हिमालय की बेटी हैं, और अरुणाचल में आकर उन्हें सुंदर पर्वतों के दर्शन का मौका मिला है।
- नेक्स्ट-जेन जीएसटी: उन्होंने बताया कि आज से देश में ‘जीएसटी बचत उत्सव’ शुरू हुआ है, जिससे त्योहारों के इस मौसम में जनता को ‘डबल बोनस’ मिला है।
- विकास परियोजनाएं: तीसरा कारण राज्य में कई नई परियोजनाओं का उद्घाटन था।
उत्तर-पूर्व के विकास की सराहना
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भी इस अवसर पर पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तर-पूर्व को कभी भी राजनीति के तराजू में नहीं तोला। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले यह क्षेत्र अपने नकारात्मक कार्यों के लिए जाना जाता था, लेकिन पीएम मोदी के फैसलों के कारण आज यह ‘विकास के इंजन’ की रह देश में योगदान दे रहा है।
मोदी ने अरुणाचल प्रदेश को ‘उगते सूर्य की धरती’ के साथ-साथ ‘देशभक्ति की ऊफान की धरती’ बताया। उन्होंने कहा कि जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल भी शौर्य और शांति का प्रतीक है।
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